मोदी पर टिप्पणी, कांग्रेस ने ट्रम्प को कोसा

अमेरिकी राष्ट्रपति को अफ़ग़ानिस्तान पर उपदेश न देने की नसीहत

राजनीतिक विरोध के चलते भले कांग्रेस के नेता पीएम मोदी की खिंचाई करते हों और अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल के मामले में उन्हें ”चौकीदार ही चोर है” जैसी संज्ञा देते हों, बात जब विदेशी नेता की तरफ से मोदी पर हमले की आई तो दो बड़े कांग्रेस नेता मजबूती से मोदी के पक्ष में खड़े हो गए।
मामला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की मोदी के अफ़ग़ानिस्तान में लाइब्रेरी बनाने पर की गयी ”इंसल्टिंग टिप्पणी” का है। पीएम मोदी ने ट्रम्प से एक भेंट के दौरान अफगानिस्तान में एक पुस्तकालय के लिए भारत की तरफ से पैसे देने की बात कही थी। इसपर एक कार्यक्रम में ट्रम्प ने मोदी का नाम लेकर उनपर असम्मानजनक तंज कसा।
अफगानिस्तान में एक पुस्तकालय को आर्थिक मदद की मोदी की बात पर  ट्रंप ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा – ”युद्ध से प्रभावित देश में इसका कोई मतलब नहीं है। इतना तो हम वहां हर ५ घंटे में खर्च कर रहे हैं।” ट्रम्प ने     अफ़ग़ानिस्तान की सुरक्षा के लिए पर्याप्त काम (सेना के स्तर पर) नहीं करने को लेकर भारत और अन्य देशों की आलोचना भी की थी।
ट्रम्प की इस टिप्पणी पर कांग्रेस के दो बड़े नेताओं रणदीप सुरजेवाला और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने ट्रम्प की इस टिपण्णी पर जोरदार खिंचाई की है। कांग्रेस ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए  कहा – ”अफगानिस्तान में विकास कार्यों के संदर्भ में भारत को अमेरिका से उपदेश की जरूरत नहीं है।”
पार्टी ने कहा कि ”ट्रंप की टिप्पणी अस्वीकार्य है और उम्मीद है कि भारत सरकार इसका सख्ती से जवाब देगी।” कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट –  डिअर ट्रंप, भारत के प्रधानमंत्री का मजाक बनाना बंद करिए। अफगानिस्तान पर भारत को अमेरिका के उपदेश की जरूरत नहीं है। मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए भारत ने अफगानिस्‍तान में नेशनल असेंबली की इमारत बनाने में मदद की।  मानवीय जरूरतों से लेकर रणनीतिक-आर्थिक साझेदारी तक, हम अफगान भाइयों और बहनों के साथ हैं।”
उधर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा – ”भारत के प्रधानमंत्री के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति की टिप्पणी ठीक नहीं है और यह अस्वीकार्य है। हम आशा करते हैं कि सरकार सख्ती से इसका जवाब देगी और अमेरिका को याद दिलाएगी कि भारत ने अफगानिस्तान में बड़े पैमाने पर सड़कें और बांध बनवाएं हैं और तीन अरब डॉलर के मदद की प्रतिबद्धता भी जताई है।”
वैसे भारत सरकार ने भी ट्रम्प की टिप्पणी पर सख्त ऐतराज जताते हुए इसे अनावश्यक बताया है।