मोदी का दावा, दीदी के ४० एमएलए उनके संपर्क में

टीएमसी बोली, आयोग में पीएम के खिलाफ हॉर्स ट्रेडिंग की शिकायत करेंगे

बीच चुनाव में पीएम मोदी ने सोमवार को बंगाल में एक चुनाव रैली में दिलचस्प दावा किया कि ”दीदी (ममता) के ४० विधायक उनके संपर्क में हैं और वे २३ मई के बाद पार्टी छोड़ देंगे।” आम तौर पर पार्टियों के अध्यक्ष या नेता तो ऐसे दावे कर देते हैं, यह पहला मौका है जब पीएम ने ऐसा दावा किया है। टीएमसी ने पीएम के दावे पर कड़ा संज्ञान लेते हुए इसे ”हारस्ट्रेडिंग को बढ़ावा देने की कोशिश” करार दिया है।
पीएम मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के श्रीरामपुर में चुनाव रैली में यह दावा किया। मोदी ने कहा – ”तृणमूल कांग्रेस के ४० विधायक मेरे संपर्क में हैं। २३ मई के बाद सारे विधायक पार्टी छोड़ देंगे।” मोदी ने यह भी कहा – ”पहले सिर्फ मोदी को गालियां दी जाती थी, अब ईवीएम को भी दी जा रही हैं। तृणमूल कांग्रेस के गुंडे लोगों को वोट डालने से रोक रहे हैं। विपक्ष का प्रचार अभियान मोदी को गालियां देने पर केन्द्रित है। अगर आप इन्हें निकाल देंगे तो कुछ नहीं बचेगा।”
मोदी ने यह दावा करते हुए आगे कहा –  ”हर तरफ कमल खिलने वाला है। भाजपा के चुनाव जीत जाने पर आपके सभी विधायक आपको छोड़ देंगे। आपके पैर के नीचे से राजनीतिक जमीन खिसक गई है।” पीएम ने साथ ही टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पर भाई-भतीजावाद करने का आरोप लगाते हुए इस बात पर जोर दिया कि वह अपने भतीजे को पश्चिम बंगाल में राजनीतिक तौर पर स्थापित करना चाहती हैं।
उन्होंने ममता पर प्रधानमंत्री पद की उनकी महत्वाकांक्षा को लेकर तंज कसते हुए कहा – ‘दीदी, दिल्ली दूर है। चंद सीटों के दम पर, दीदी दिल्ली नहीं पहुंच सकतीं। दिल्ली अभी दूर है। दिल्ली जाना केवल एक बहाना है। उनका वास्तविक इरादा अपने भतीजे को राजनीतिक रूप से स्थापित करना है। वह प्रधानमंत्री बनने का सपना भी नहीं देख सकतीं।” उन्होंने राज्य में टीएमसी पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा कि उसके गुंडे मतदाताओं को वोट डालने से रोक रहे हैं।
इस बीच मोदी के टीएमसी विधायकों वाले बयान पर टीएमसी भड़क गई है। पार्टी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने सवाल उठाया कि क्या पीएम हॉर्सट्रेडिंग को बढ़ावा दे रहे हैं। ओ ब्रायन ने ट्विटर पर एक ट्वीट में कहा – ”टीएमसी पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग जाएगी और हॉर्स ट्रेडिंग की शिकायत करेगी।”