मान ने सुप्रीम कोर्ट की बनाई समिति से अपना नाम वापस लिया, कानूनों का समर्थन करने पर हुआ है विवाद

विवाद के बाद भारतीय किसान युनियन के नेता भूपेंद्र सिंह मान ने उस समिति से अपना नाम वापस लेने का ऐलान किया है जिसे दो दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन पर चर्चा के लिए गठित किया था।

‘तहलका’ को मिली किसान यूनियन की एक प्रेस रिलीज के मुताबिक मान को कहा है कि वो सुप्रीम कोर्ट के उन्हें चार सदस्यों की समिति का सदस्य बनाने के लिए आभारी हैं, जिसे किसानों के मसले पर बात करनी है। लेकिन वो खुद किसान होते हुए समिति को लेकर व्यक्त हो रही प्रतिक्रियायों को देखते हुए खुद को इस समिति से अलग करना छाते हैं। मान ने कहा कि वे किसानों के लिए काम करते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि समिति के सदस्य के रूप में वेअपना नाम वापस लेने के लिए तैयार हैं क्योंकि वे पंजाब और देश के किसानों के मुद्दों से कोई समझौता नहीं चाहते। मान ने कहा – ‘मैं खुद को समिति से अलग को अलग कर रहा हूँ।

याद रहे सुप्रीम कोर्ट ने उनके अलावा प्रमोद जोशी, अशोक गुलाटी और अनिल धनवंत को समिति में शामिल किया है।  सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी को एक बड़े अंतरिम फैसले में मोदी सरकार के तीनों कृषि कानूनों के अमल पर अगले आदेश तक रोक लगा दी थी साथ ही इस मसले पर चर्चा के लिए सर्वोच्च अदालत ने कमिटी का गठन किया था। इसके बाद समिति के चारों सदस्यों को लेकर विवाद [पैदा हो गया था क्योंकि सभी मोदी सरकार के कृषि कानूनों का समर्थन करते रहे हैं।