महाराष्ट्र के अंदर बसें चलाने का फैसला, 786 पुलिसकर्मी संक्रमित

कोरोना वायरस का कहर देश में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में बरपा है। यहां पर अब तक 20 हजार से ज्यादा संक्रमित सामने आ चुके हैं और कोरोना से 779 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं। 3,800 लोग बीमारी को मात देकर अपने घर जा चुके हैं। 786 पुलिसकर्मी संक्रमित पाए गए हैं, जिससे खाकीधारियों की मुसीबत बढ़ गई है। इस बीच, उद्धव सरकार ने महाराष्ट्र में बसें चालू करने का फैसला किया है। हालांकि, ये बसें महाराष्ट्र के बाहर नहीं जाएंगी।
मुंबई पुलिस के विनोबा भावे नगर थाना में तैनात सहायक पुलिस उप निरीक्षक सुनील दत्तात्रेय कलगुटकर की कोरोना से रविवार को जान चली गई। इसके साथ राज्य में अब तक सात पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी के दौरान जान गंवा दी है। अकेले मुंबई शहर में रविवार सुबह तक कोरोना संक्रमण से 27 लोगों की मौत हुई इसके साथ ही शहर में मृतकों का आंकड़ा 489 हो गया है। आर्थिक राजधानी में मरीजों की संख्या 12,864 तक पहुंच गई है।
इस बीच, राज्य सरकार ने इंटर स्टेट बसों को फिर से शुरू करने का फैसला किया।महाराष्ट्र में एक जिले से दूसरे जिले में आने-जाने की अनुमति नहीं है। इस प्रतिबंध में सरकार कुछ छूट देने जा रही है। महाराष्ट्र परिवहन निगम की बसें लोगों को निशुल्क उनके निवास स्थान पर पहुंचाएंगीं, लेकिन यह सेवा सिर्फ एक हफ्ते तक के लिए दी जा रही है। कंटेनमेंट क्षेत्र के लोगों को यह सुविधा नहीं मिलेगी।महाराष्ट्र पुलिस का दावा है कि उसने लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया। एक लाख से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए। पुलिस ने ऐसे मामलों में 19,297 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। शनिवार शाम तक महाराष्ट्र में धारा-188 के तहत कुल एक लाख दो हजार मामले दर्ज किए गए थे।