मध्य प्रदेश में बुलडोजर राजनीति का विरोध

उत्तर प्रदेश से सटे राज्य मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को भले ही एक साल से ज्यादा का समय है । लेकिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत से गदगद भाजपा उत्तर प्रदेश की तर्ज पर ही  विधानसभा चुनाव जीतना चाहती है।बताते चलें मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा 2018 में सरकार बनाने से वंचित रह गयी थी। कांग्रेस ने सरकार बनाकर भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया था। फिर ऐन-केन प्रकारेण  राजनीतिक दांव लगाकर कांग्रेस को एक साल के शासन के बाद ही सत्ता से बाहर कर दिया था।
ऐसे में अब भाजपा नहीं चाहती है कि 2018 जैसा हाल हो, सो भाजपा ने अपनी चुनाव कमर कस ली है। मध्य प्रदेश भाजपा सूत्रों की मानें तो भाजपा को इस बात का डर लग रहा है कि देश में बढ़ती महंगाई को विपक्ष चुनावी मुद्दा बना सकती है।सो सरकार अभी से जनता मनाने व  बताने  में लगी है। कि महंगाई तो रूस और यूक्रेन के युद्ध की वजह से चल रही है। ऐसे में जनता का ध्यान भटकाने के लिये प्रदेश सरकार ने खरगोन मुद्दे को बड़ा बनाकर बुलडोजर चलाने की राजनीति शुरू कर दी है। ताकि सरकार समर्थक एक समूह विपक्ष के सामने अपनी बात रख सकें। मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता सुरेश सिंह कक्कू का कहना है कि भाजपा को 2023 में चुनाव जीतना बहुत मुश्किल हो सकता है। क्योंकि जनता सब जानती है। 2022 के मार्च महीने में पांच राज्यों में चुनाव जीतने के लिये भाजपा ने डीजल और पेट्रोल सहित गैस के दाम नहीं बढ़ाए थे। जैसे ही चुनाव परिणाम घोषित हुए सरकार ने डीजल और गैस के दाम बढ़ाने शुरू कर दिये । लोगों ने बढ़ती महंगाई को लेकर विरोध किया तो सरकार ने खरगोन दंगा को बढ़ा चढ़ाकर दिखाना बंद कर दिया और बुलडोजर चलाना शुरू कर दिया । लेकिन जनता अब बुलडोजर का विरोध करने लगी है। ऐसे में सरकार को सामने चुनावी चुनौती विकट है।