मध्यप्रदेश उपचुनाव में भाजपा राम के सहारे तो कांग्रेस विकास के सहारे चुनाव मैदान में

चुनावी रंग में रंगने लगा प्रदेश  

मध्यप्रदेश विधानसभा के उपचुनाव को लेकर फिलहाल अभी कोई तारीख व अधिसूचना जारी नहीं हुई है।लेकिन मध्यप्रदेश पूरे चुनावी रंग में रंगने लगा है। उपचुनाव 27 सीटों पर होना है। मध्यप्रदेश के नेताओं ने तहलका संवाददाता को बताया कि इस बार चुनाव परिणाम चौकानें वाले होगे। जिस प्रकार प्रदेश की राजनीति में उठापटक का दौर चल रहा है । एक पार्टी से दूसरी पार्टी में नेताओं का आना –जाना लगा है। सरकार भी जोड-तोड कर बनाई गई है।इससे इस बार जनता का रूख सियासतदाँनों को उलझाकर ऱखा है। चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है।

बताते चले इस बार अभी से भाजपा राम मंदिर के सहारे चुनाव मैदान में जा रही है। इसी क्रम में भाजपा ने सुरखी विधान सभा में राम शिला के साथ क्षेत्र का दौरा किया । भाजपा के नेताओं का कहना है कि राम मंदिर को लेकर भाजपा ने जो जनता से वादा किया था उसका निर्माण कार्य जारी है । यानि राम मंदिर बनना है। मध्य –प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में भाजपा राम के सहारे चुनाव मैदान में होगी। वैसे भाजपा के नेताओं का कहना है कि भाजपा ने प्रदेश में विकास के काम किये है। जब से कांग्रेस का दामन छोड ज्योतरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हुये है । तब से भाजपा मजबूत हुई है। जिसका भाजपा को लाभ मिलेगा।

वहीं  कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि भाजपा अपने प्रचार –प्रसार में कितनी ही दावे करें। पर देश में भाजपा के शासन काल में कोरोना महामारी में उसकी पोल खुल गयी है। प्रदेश में  मार्च –अप्रैल में जब कोरोना बढने लगा था । उसी समय भाजपा आला कमान कांग्रेस की चुनी हुई सरकार को गिराने में लगी थी  । जिससे जनता में भाजपा की नीतियों का विरोध है और यहां की जनता होने वाले उपचुनाव में भाजपा को जनता सबक सिखाएंगी ।क्योंकि कोरोना महामारी को रोकने में प्रदेश सरकार पूरी तरह से असफल रही है । सरकार कोई काम करने से बचने के लिये कोरोना बीमारी के होने का भय दिखा कर काम नहीं कर रही है । जिससे जनता परेशान है। प्रदेश के युवा नेता रमेश शर्मा का कहना है, कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिहं कह चुके है कि ज्योतरादित्य सिधिंया के भाजपा में जाने से कांग्रेस कमजोर नहीं बल्कि मजबूत हुई है। उनका कहना है कि भाजपा इस बार राम मंदिर के सहारे चुनाव मैदान में जा रही है, तो जाये । पर जनता तो कांग्रेस के साथ ही जायेगी ।मध्य- प्रदेश के लोगों का कहना है कि इस बार का उपचुनाव जरूर फंसा हुआ है। क्योंकि कोरोना काल में जिस प्रकार जनता परेशान हो रही है उस पर ना तो केन्द्र सरकार और ना ही प्रदेश सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही लोगों के सामने रोजगार और रोजी –रोटी का संकट है। मध्य –प्रदेश की राजनीति के जानकार राजेश शर्मा का कहना है कि मध्य –प्रदेश भोगोलिक स्थिति से तो बडा है पर आर्थिक स्थिति से कमजोर है । तो ऐसे में यहां की जनता चाहती है कि अब लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरें। रहा सवाल कौन नेता किस पार्टी में जा रहा है और आ रहा है तो इससे कोई विशेष असर नहीं पडता है । क्योंकि ये तो राजनीति का अंग है । मौजूदा दौर में प्रदेश की राजनीति जरूर गरम है पर मतदाता मौका को देख नरम बना हुआ है।