मज़बूत या मज़बूर सरकार

कांग्रेस ने पिछले 70 सालों में भारत की छवि मजबूर देश वाली बना दी। अब देश की जनता को तय करना है कि आपको मजबूत और निर्णायक सरकार चाहिए या मजबूर सरकार। भारत तभी मज़बूत होगा, जब असम और नॉर्थ-ईस्ट मज़बूत होंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अरुणाचल प्रदेश के आलो और असम के डिब्रूगढ़ और तेजपुर में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया और उत्तर-पूर्व को विकास से महरूम रखने के लिए कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला किया। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए पिछले पांच वर्षों में केंद्र की भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के नामदारों ने अरुणाचल प्रदेश की कभी परवाह नहीं की। दशकों से जानकार कह रहे थे कि अरुणाचल के इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करने की जरूरत है लेकिन कांग्रेस की सरकारों ने इस दिशा में कुछ भी नहीं किया। अरुणाचल को पहली बार रेल मैप पर लाने का काम आपके इस चौकीदार ने किया। बोगीबील पुल की शुरुआत हुई। आजादी के 70 साल बाद आपको हवाई कनेक्टिविटी मिल पाई है। उन्होंने कहा कि पहले नामदार परिवार और यहां पर बैठे उनके रागदरबारी अपनी सल्तनत को मज़बूत कर रहे थे। उन्हें आपकी भलाई से ज्यादा मलाई की जरूरत थी। हम आपकी भलाई के लिए काम करते हैं और वो मलाई के लिए काम करते थे। अब उन्हें दोबारा घुसने मत देना, नहीं तो ये लोग आपकी मलाई चट कर जाएंगे। उन्होंने कहा कि आपके इस चौकीदार ने दिल्ली को आपके दिल से जोडऩे की कोशिश की है। अरुणाचल भारत का राज्य भर नहीं है बल्कि यह भारत की मजबूत ढाल है। कांग्रेस के नामदारों ने न तो इसकी परवाह की और न ही आपकी आशाओं, आकांक्षाओं को सम्मान ही दिया। अरुणाचल को रेल मैप पर लाने का सौभाग्य आज़ादी के सात दशक बाद इस चौकीदार को मिला है।

मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार जब मैं अरुणाचल प्रदेश आया तो यहाँ की जनता ने बताया कि यहां कोई प्रधानमंत्री 30 साल बाद आया है लेकिन आपका ये प्रधान सेवक बीते 5 वर्षों में ही 30 से भी ज़्यादा बार यहां आ चुका है। आपने पहले की सरकारों के तौर-तरीके भी देखे हैं, खुद को भारत का भाग्य विधाता समझने वाले लोग कितनी बार अरुणाचल आए हैं। मैं देश के लिए पिछले 5 वर्षों में जो भी कर पाया हूँ, उसके पीछे आपका साथ, समर्थन और आशीर्वाद ही है। ये मेरा सौभाग्य है कि देश के इस महत्वपूर्ण भाग को मैं पिछले पांच वर्ष से नए भारत का नया ग्रोथ इंजन बनाने का प्रयास कर रहा हूँ। विगत 5 साल के अनुभव के आधार पर अगले 5 साल में, 25 साल तक का विकास करने का इरादा लेकर मैं आपके सामने आया हूँ। साथ ही अपने काम का हिसाब देने की शुरुआत भी अरुणाचल प्रदेश से ही हो रही है। आपकी मान्यताओं और परम्पराओं को बचाए रखना और उन्हें विकसित करना और आपकी इच्छा के अनुसार चलाना – ये मोदी का वादा है आपसे।

प्रधानमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आपको पता है, यहां इनके जो नेता $गरीबों की थाली से निवाला चुराते हैं उन्हें प्रेरणा कहां से मिलती है। इनकी प्रेरणा हैं दिल्ली में बैठे वो नेता जो इनकम टैक्स चुराते हैं, अखबार चलाने के लिए दी गई जमीन से लाखों रुपये किराए के कमाते हैं, $गरीबों के राशन खा जाते हैं, किसानों की ज़मीन चुराते हैं और देश के रक्षा सौदों में दलाली से भी अपनी प्रॉपर्टी बनाते हैं। इनकी सरकार दिल्ली में हो या फिर किसी भी राज्य में, कांग्रेस की हमेशा भ्रष्टाचार से मज़बूत सांठगांठ रही है। कांग्रेस और विपक्ष का महामिलावटी गठबंधन करप्शन के फेविकॉल से आपस में एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। नामदार आज खुद जमानत पर बाहर चल रहे हैं। अगर जमानत न मिली होती तो ये नामदार आज कहाँ होते। खुद तो जमानत पर जेल से बाहर हैं और चौकीदार को अपशब्द कह रहे हैं! इन लोगों को टेकन फॉर ग्रांटेड की पुरानी आदत रही है।

कांग्रेस पर करारा प्रहार जारी रखते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस एंड कंपनी को अपने देश और युवाओं के सामथ्र्य पर भरोसा नहीं है। न ये देश के जवान की चिंता करते हैं और न ही नौजवान की चिंता करते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जब भी बड़ी सफलता हासिल करता है तो नामदारों और उनके दरबारियों के चेहरे लटक जाते हैं, बस रोना रह जाता है। सर्जिकल स्ट्राइक और मिशन शक्ति पर ये तिलमिला जाते हैं। आतंकवादियों के आकाओं की भाषा बोलने लगते हैं। देश की जनता ने सर्जिकल स्ट्राइक के समय यह खुद देखा है। जब भारत ने आतंकियों को घर में घुसकर मारा, तो इनका क्या रवैया रहा, यह भी आपने देखा है। आज इन्हें भारत में कोई पूछने वाला नहीं है, लेकिन पाकिस्तान में इनके चेहरे चमक रहे हैं। टीवी पर बयान चल रहे हैं। उन्हें एक पड़ोसी देश पर इतना प्यार आ रहा है कि पूर्वोत्तर ही नहीं, उन्हें भारत भी नहीं भा रहा है। उन्होंने कहा कि हमने जब एयर स्ट्राइक की तो भारत के साथ पूरी दुनिया खड़ी हो गई, लेकिन कांग्रेस की नींद उड़ गई। जब हमारे वैज्ञानिक दुनिया को हैरान कर देते हैं, तो भी ये उसका मजाक उड़ाने के बहाने खोज लेते हैं।

मोदी ने कहा कि विपक्ष के महामिलावटी गठबंधन को चौकीदार से नफरत तो है ही, उन्हें चायवालों से भी परेशानी है। मुझे लगता था कि सिर्फ एक चायवाला उनके निशाने पर हैं, लेकिन जब मैं बंगाल और असम समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में गया, तब पता चला कि उन्हें चाय के कारोबार से जुड़े लोग भी अच्छे नहीं लगते हैं। आखिर क्यों चाय किसान 70 साल से परेशानी झेल रहे हैं? आज तक उन्हें मूलभूत सुविधाएं तक नहीं दी गईं। कोई चायवाला ही चायवालों का दर्द समझ सकता है। चाय बागान में काम करने वालों के हमने बैंक अकाउंट खुलवाए। चाय बागान में काम करने वाली प्रसूता माताओं के अकाउंट में 12 हजार रुपये दिए हैं।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा लटकाने और भटकाने का काम किया है। ढोला सदिया पुल हो या बोगीबील पुल, दशकों से लटके इन पुलों को पूरा करने का काम वर्तमान भारतीय जनता पार्टी सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने असम के 27 लाख परिवारों को 5 लाख तक के मुफ्त इलाज का लाभ दिया। मुद्रा लोन के जरिए लाखों युवाओं को स्वरोजगार का मौका दिया है। यह सब आपके विश्वास के ही कारण संभव हुआ है। असम के 24 लाख किसान परिवारों के खातों में 6 हजार रुपये सालाना की तय राशि डालने का काम भी हमारी सरकार ने किया।

मोदी ने असम में कहा कि पांच साल पहले आपने मुझे अपना आशीर्वाद दिया था, जिससे मैं असम और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए विकास के कई काम कर पाया। 70 सालों में असम के 40 फीसदी घरों तक बिजली पहुंची थी, आज असम के हर घर में बिजली है। पांच साल पहले तक असम के महज 40 फीसदी घरों में ही गैस कनेक्शन पहुंचा था, 5 साल में हमने इसे बढ़ाकर 85 फीसदी तक पहुंचाया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले 70 सालों में भारत की छवि मजबूर देश वाली बना दी। अब देश की जनता को तय करना है कि आपको मजबूत और निर्णायक सरकार चाहिए या मजबूर सरकार। भारत तभी मजबूत होगा, जब असम और नॉर्थ-ईस्ट मजबूत होंगे। केंद्र की भाजपा सरकार इस काम में लगी हुई है।

मोदी ने कहा कि जब दिल्ली पुलिस के दस्ते में अरुणाचल की बेटियां दिखती है, तो हमे गर्व होता है। जब यहां की बेटियां एवरेस्ट फतेह करती है, तो देश को गर्व होता है। आप लोग सूर्य के तेज जैसे ही तेजस्वी हैं, और आपकी शूरवीरता की चर्चा देश भर में होती है। ऐसे शूरवीर और तेजस्वी प्रजा को प्रधानसेवक का नमस्कार।