भारत में कोविड-19 का कुल आंकड़ा 50 लाख के पार, 82,066 की मौत

देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 50 लाख के पार निकल गयी है। देश में अब तक 82,066 संक्रमित लोगों की मौत हो चुकी है। तेजी से बढ़ोतरी के संकेत पिछले करीब एक महीने से मिल रहे थे जब से टेस्ट की संख्या में तेजी आई है। बहुत से जानकार कह चुके हैं कि भारत के कुल मामलों की आने वाले समय में संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा हो सकती है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह जारी 24 घंटे के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना संक्रमितों की संख्या 50 लाख के पार पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में देशभर में संक्रमण के 90,123 नए मामले सामने आये हैं। इस दौरान रेकॉर्ड 1,290 संक्रमित लोगों की मौत हो गई है। टेस्ट में भी अब काफी तेजी आ चुकी है। आईसीएमआर के मुताबिक कोविड -19 के लिए 5,94,29,115 नमूनों का परीक्षण 15 सितंबर तक किया गया है। इनमें से 11,16,842 नमूनों का कल परीक्षण किया गया।

बता दें कि करीब 11 दिन पहले ही कोरोना संक्रमितों की संख्या 40 लाख तक पहुंची थी। पिछले 11 दिन में ये आंकड़ा 10 लाख बढ़ गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना के एक्टिव केस से ज्यादा ठीक होने वालों की संख्या है। मंत्रालय के अनुसार, देश में फिलहाल, कोरोना वायरस के 9,95,933 एक्टिव केस हैं। कुल मामलों में से 39,42,361 संक्रमित लोग ठीक हो चुके हैं।

देश में कोरोना से अब तक 82,066 संक्रमित लोगों की मौत चुकी है। इसी के साथ देश में कोरोना वायरस के कुल 50,20,360 मामले हो गए हैं। महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र है जहां कोरोना वायरस के 2,92,174 एक्टिव केस हैं। कर्नाटक में 98,555 सक्रिय मामले हैं, आंध्र प्रदेश में 92,353, उत्तर प्रदेश में 67,335 और दिल्ली में 29,735 मामले हैं।

पिछले एक महीने से भी ज़्यादा समय से दुनिया में रोज़ाना संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले अपने देश में ही सामने आ रहे हैं। इस दौरान अनलॉक की प्रक्रिया भी जारी है। दुनिया के 17 फीसदी मामले अब भारत में हैं। इससे अधिक अब अमेरिका में ही 67,64,598 मरीज हैं।
हालांकि, राहत की बात यह है कि ठीक होने वालों में भारत दुनिया में पहले नंबर पर है। ब्राजील दूसरे व अमेरिका तीसरे नंबर पर है।
मंत्री का दावा, 40 लाख लोग निगरानी में
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि देश में संक्रमितों के संपर्कों का पता लगाने को 40 लाख लोगों को निगरानी में रखा है। उन्होंने दावा किया कि लॉकडाउन के चलते संक्रमण बेकाबू होने से रोक लिया गया, लेकिन बाद में मामले बढ़ गए। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय यह लगातार दावा कर रहा है कि कोरोना से मृत्यु दर 1.64 फीसदी है और स्थिति नियंत्रण में है, पर मरीजों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। यह बेहद चिंता का सबब है, क्योंकि अपने सभी पड़ोसी देशों में कोरोना के मामले कम होने लगे हैं और मरने वालों का आंकड़ा भी नियंत्रण में है।