भारत-न्यूज़ीलैंड मैच बारिश से बाधित

अभी टॉस भी नहीं, कम ओवर का किया जा सकता है मैच

वर्ल्ड कप २०१९ में गुरूवार को भारत के न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मुकाबला अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। पहले हुई बारिश के कारण मैदान अभी भी गीला है। पिच से कवर भले हटा दिए गए हैं, अभी मैच शुरू होने का इन्तजार है।
टॉस भी डिले किया गया है लिहाजा भारतीय इलेवन क्या होगी यह टॉस के बाद ही पता चलेगा। मौसम की आशंकाओं के बीच ट्रेंट ब्रिज में हो रहे इस मैच में भारतीय टीम में आज चोट के कारण शिखर धवन बाहर हैं।
करीब तीन घंटे पहले बारिश हुई थी और उसके बाद भी बूंदा हुई है जिसके कारण पिच पर कवर लगाने पड़े। अभी इस सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि मैच के ओवरों की संख्या कम कर दी जाए।
न्यूजीलैंड ने अभी तक तीन मैच खेले हैं और तीनों में जीत हासिल की है जबकि  भारत ने दो मैच खेले और दोनों जीते हैं। दोनों टीमों के बीच विश्व कप में मुकाबला  १६ साल बाद होने जा रहा है। इससे पहले दोनों टीमें २००३ में आपस में भिड़ी थीं।  इस बार अभ्यास मैच में भारत न्यूजीलैंड से खेला था लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था। मैच में भारत की बल्लेबाजी फ्लॉप हो गई थी। इस मैच में भारतीय टीम अपनी उस हार को ध्यान में रखकर सतर्क रहते हुए उतरेगी। इसलिए भी क्योंकि उसके स्टार बल्लेबाज शिखर धवन चोटिल हैं। धवन फॉर्म में चल रहे थे और पिछले मैच में उन्होंने शतक जमाया था। धवन का बाहर होना भारत के लिए परेशानी की बात है ही।
धवन की जगह न्यूजीलैंड के खिलाफ लोकेश राहुल, रोहित शर्मा के साथ बतौर सलामी जोड़ी मैदान पर कदम रखेंगे। राहुल पिछले दो मैचों में नंबर-४ पर खेले थे। अब कप्तान विराट कोहली नंबर-4 पर किसे उतारते हैं यह मैच के दिन ही पता चलेगा। कोहली के पास हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर और अनुभवी दिनेश कार्तिक के रूप में दो विकल्प है।
दूसरे मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को ३६ रन से हराने के बाद भारत न्यूजीलैंड से भिड़ने जा रहा है। ट्रेंट ब्रिज के मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक मैच पर खराब मौसम का खतरा मंडरा रहा है। बारिश होने की संभावना जताई गयी है।
अगर मैच के समय बारिश होती है तो वर्ल्ड कप के पिछले मुकाबलों की तरह यह मैच भी रद्द हो सकता है।
पाकिस्तान-श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका-वेस्टइंडीज मैच भी बारिश के कारण रद्द हो चुके हैं। वैसे मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को दोपहर के बाद बारिश की संभावना कम है, और ऐसे में ओवरों की संख्या कम की जा सकती है।