भारत की मी टू मुहीम: अब बोलने लगी हैं और भी महिलाएं

सिने जगत के प्रमुख सितारों के खिलाफ यौन शोषण के आरोप और उनके भयावह किस्से जो सोशल मीडिया पर आ रहे हैं यह दर्शाते हैं कि इन लोगों ने फिल्म लाइन को महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं रखा। अब समय है जबकि इन दोहरे चरित्र वाले लोगों के खिलाफ जांच करके इनका असली चेहरा बेनकाब किया जाए। इस पर लिख रही हैं श्रृष्टि शर्मा

बॉलीवुड ने समय को एक रोशनी दिखाई है। तो अब समय आ गया है कि बाकी लोग इसका अनुसरण करके एक नई परंपरा शुरू करें। ऐसा लगता है कि फिल्म उद्योग में यौन शोषण के खिलाफ कोई नीति नहीं है और बहुत बार तो यह स्थिति बनती है कि यह तय नहीं कर पाते कि असल में यौन शोषण क्या होता है।

इसकी शुरूआत तनुश्री दत्ता ने की जो आज मी टू अभियान की प्रतीक बन चुकी है और वह आजकल अखबारों, सोशल मीडिया और कई खबरों में जाना पहचाना नाम है। जब से उसने नाना पाटेकर पर अपने शारीरिक और मानसिक शोषण का आरोप लगाया है कि 2008 में फिल्म ‘हॉर्न ओके प्लीज़’ की शूटिंग के दौरान किस प्रकार नाना पाटेकर ने उसे परेशान किया, तभी से वह चर्चा का विषय बनी हुई है। जब से उसने अपने बयानों में उसने नाना पाटेकर और फिल्म निदेशक व निर्माता विवेक अग्निहोत्री पर आरोप लगाए हैं, तभी से उसे कानूनी नोटिस मिल रहे हैं और साथ उसे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के गुंडों से शारीरिक नुकसान पहुंचाने की धमकियां मिल रही हैं। तनुश्री के अनुसार शूटिंग के दौरान हुई उस घटना के बाद वह सहम गई और अमेरिका चली गई थी। अब वह इस घटना के करीब 10 साल बाद भारत लौटी हैं और उसने इस मुद्दे की रिपोर्ट करने का फैसला किया है।

एक बंगाली परिवार में जन्मी व पली मॉडल व कलाकार तनुश्री एक बड़ी कलाकार बनना चाहती थी। उसने अपनी शुरूआत ‘मॉडलिंग’ से की और अंत में उसने फैमिना मिस इंडिया का खिताब 2004 में जीता। इससे वह ‘मिस यूनिवर्स’ मुकाबलों में भाग लेने के लिए योग्यत स्तर पा गई। इक्वाडोर के क्योरो शहर में हुए ‘मिस यूनिवर्स’ मुकाबलों में वह अंतिम 10 प्रतियोगियों में थी। इससे फिल्मी दुनिया के दरवाजे उसके लिए खुल गए और उसे फिल्मों में काम करने व मॉडलिंग के बड़े-बड़े ‘ऑफर’ मिलने लगे। उसकी पहली फिल्म ‘आशिक बनाया आपने’ 2005 में प्रदर्शित हुई। इन फिल्मों ने उसे एक ‘ग्लैमर्स स्टार’ के रूप में मशहूर कर दिया। इसे बाद उसे कई फिल्मों के बुलावे आए।

तनुश्री के आरोपों ने एक बड़ा तूफन खड़ा कर दिया। पिछले दिनों नाना पाटेकर से मुंबई हवाई अड्डे पर बात हुई तो उन्होंने तनुश्री को झूठी बताते हुए सारे आरोपों को पूरी तरह नकार दिया।

तनुश्री के लिए लोगों का समर्थन आने लगा। निर्माता व कलाकार पूजा भट्ट ने अपना पूरा समर्थन तनुश्री को दिया। अनुष्का शर्मा, प्रियंका चोपड़ा, फरहान अख्तर, रेणुका शहाणे और वरूण धवन भी उसके समर्थन में आए जबकि अमिताभ बच्चन, सलमान खान और आमिर खान ने चुप रहकर खुद को इस विवाद से दूर ही रखा।

अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने तनुश्री के खिलाफ बाल ठाकरे को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में मानहानि की शिकायत दर्ज कराई है।

हालांकि फिल्मी दुनिया के कुछ लोगों ने तनुश्री का साथ दिया है पर अधिकतर ने इस मुद्दे पर चुप रहना ही बेहतर समझा है, ताकि उनकी छवि और उनके हित सुरक्षित रहें। इसका परिणाम क्या होगा यह तो समय ही बताएगा पर इस घटना ने मीडिया को एक बार सोचने के लिए मज़बूर कर दिया है कि वह इन फिल्म सितारों की छवि को किस आधार पर उभारे। नाना पाटेकर का बयान कितना सही है यह भी समय ही बताएगा। उन्होंने अपने साक्षात्कार में आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि ‘सच वही है जो 10 साल पहले था’। उनके वकीलों ने भी उन्हें बदनाम करने के लिए तनुश्री के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। यदि तनुश्री गलत है तो इतनी महिला कलाकार क्यों उसके समर्थन में खड़ी हैं और यदि नाना पाटेकर सच्चा है तो तनुश्री ने उस पर क्यों यह आरोप लगाया है। क्या यह सिर्फ लोकप्रियता प्राप्त करने के लिए है? ये सवाल सभी के जहन में है। अभी यह देखना है कि यह मुद्दा किस तरह आगे बढ़ता है। यदि आरोपियों के खिलाफ मामला साबित हो जाता है तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई होगी? यह मामल एक परंपरा की शुरूआत करेगा कि आने वाले समय में फिल्म या किसी दूसरे उद्योग में यदि ऐसी घटना होती है तो उसमें क्या किया जाएगा।

इस बीच नाना ने तनुश्री दत्ता को एक कानूनी नोटिस भेजा और बाद में पुलिस शिकायत भी दर्ज भी करवाई। नाना ने इस मामले में महाराष्ट्र महिला आयोग से भी मदद मांगी है।

बहस का दायरा बढ़ रहा है

मी टू अब केवल तनुश्री दत्ता तक ही सीमित नहीं। फिल्मी दुनिया इस प्रकार के आरोपों के लिए शुरू से ही बदनाम रहा है। युवा महिलाएं जो टॉप की नायिकाएं बनने आती हैं पर अंत तक संघर्ष में ही खत्म हो जाती हैं। कुछ हालात से समझौता कर लेती हैं तो कुछ फिल्मी दुनियां को छोड़ कर चली जाती हैं। तनुश्री की बेबाकी ने एक बड़ी बहस छेड़ दी है।

समर्थन मिल रहा है

फिल्मी दुनिया की जानी मानी कई हस्तिओं ने तनुश्री का समर्थन किया है। इनमें प्रियंका चोपड़ा, फरहान अख्तर, तापसी पन्नू, स्वरा भास्कर, सोनम कपूर, अनुष्का शर्मा और वरूण धवन शामिल हैं। अभी हाल ही में कंगना रणावत ने यह माना था कि फिल्म ‘क्वीन’ की शूटिंग के दौरान फिल्म निदेशक विकास बहल ने उसने शारीरिक तौर पर उसे परेशान किया था। ‘उसने मुझे इतनी ज़ोर से बाहों में जकड़ लिया कि मुझे खुद को बचाने के लिए उसे धक्का मारना पड़ा था।’ यह बात कंगना ने एक साक्षात्कार में कही थी। उसने बताया कि वह मेरे सिर पर अपना मुंह रख देता और फिर बालों की खुशबू की तारीफ करता।

प्रीति जि़ंटा जिसके अच्छे संबंध नस वाडिया से रहे हैं ने बाद में उस पर उसने छोडख़ानी करने और मानसिक तौर पर परेशान करने का आरोप लगाया था। तनुश्री का समर्थन करते हुए प्रीति ने कहा कि कोई भी महिला अपने यौन शोषण के बारे में कभी झूठ नहीं बोलेगी। उसने बाकी महिलाओं को भी साहस दिया है कि वे भी अपने यौन शोषण के बारे में खुलकर बोलें।

जैसे-जैसे तनुश्री दत्ता का मामला गर्मा रहा है वैसे-वैसे और भी महिलाएं शिकायतें लेकर सामने आ रही हैं। इस मी टू अभियान में ताजा मामला आया है तन्मया भट्ट का। वह एआईबी की सह संस्थापक और सीईओ हैं।

संस्कारी आलोकनाथ भी घेरे में

कई टीवी कार्यक्रमों की लेखिका विनिता नंदा ने वरिष्ठ कलाकार आलोक नाथ पर आरोप लगया है कि उसने 20 साल पहले उसके साथ बलात्कार किया था। ‘तारा’ नामक टीवी सीरियल से मशहूर हुई विनिता ने फिल्मी और टीवी की दुनिया के सबसे संस्कारी पुरूष माने जाने वाले आलोक नाथ पर यह आरोप लगाया है। विनिता ने अपने फेसबुक अकांउट में लिखा है कि आरोपी ‘तारा’ सीरियल के मुख्य किरदार में था। उस समय वह टीवी की दुनिया का एक सितारा था। उसे शराबी, बेशर्म और घृणित बताते हुए विनिता ने कहा कि उसने ‘तारा’ की नायिका का भी यौन शोषण करने की कोशिश की जिसकी वजह से उसने वह सीरियल छोड़ दिया।

अपनी ‘फेसबुक’ पोस्ट के अंतिम हिस्से में विनिता ने दहला देने वाला खुलासा किया कि जब वह काफी नशे में थी तो आलोक नाथ ने उसका बड़ी कू्ररता के साथ बलात्कार किया। यह घटना आलोक नाथ के घर पर रखी गई एक पार्टी की है जहां विनिता के पेय मिश्रित कर दिए गए थे। अपनी इस जोरदार पोस्ट में विनिता ने उनका भी जिक्र किया है जिन्हें कभी न कभी यौन शोषण का शिकार होना पड़ा। उसने आगे लिखा है ‘मैंने 19 साल तक इस मौके का इंतजार किया। मैं उन सभी से चिल्ला चिल्ला कर कहती हूं कि जिन्होंने भी किसी परभक्षी के हाथों दुख उठाए हैं वे खुलकर सामने आएं। आप खुद को छुपा कर न रखें।’

इसके साथ ही मी टू अभियान देश भर में बहुत तेजी से फैल रहा है और ज्यादा-ज्यादा महिलाएं मुंह खोलने लगी हैं। प्रीति जि़ंटा ने महिलाओं को पुलिस में शिकायत करने के लिए प्रेरित किया है।