बैठक के बाद शिंदे बोले, ठाकरे के नेतृत्व में सरकार एकजुट, १७० विधायक साथ

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मंगलवार देर रात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद बुधवार शाम तक चली महाविकास अघाड़ी के घटक दलों की बैठक में एकमत से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर मुहर लगाई गयी। बैठक में वर्तमान सियासी हालात और कोरोनावायरस के राज्य में बढ़ते मामलों पर भी चर्चा हुई।

बैठक का निचोड़ फिलहाल तो यही लगता है कि उद्धव ठाकरे सरकार को कोइ खतरा नहीं है। आज की बैठक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ”वर्षा” में हुई।  बैठक के बाद शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि  सभी पार्टियों के नेता बैठक में शामिल थे। शिंदे ने कहा – ”सरकार में कोई मतभेद नहीं हैं। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी की सरकार बिल्कुल स्थिर  और मजबूत है। सरकार के साथ १७० विधायक हैं और ये सभी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। सबसे बड़ा मुद्दा हमारे लिए लोगों की जान बचाना है।”

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में हुई बैठक में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (एनसीपी), बालासाहेब थोरात (कांग्रेस) के अलावा असलम शेख, वर्षा गायकवाड़ और जयंत पाटिल अदि भी शामिल थे। महाराष्ट्र सरकार के बड़े सहयोगी एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार और भाजपा नेता नारायण राणे २५ मई को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से अलग-अलग मिले थे जिसके बाद अटकलों का दौर शुरू हो गया था। उधर भाजपा ठाकरे सरकार को असफल बताते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रही है।

आज की बैठक में वर्तमान राजनीतिक हालात के अलावा कोरोनावायरस के राज्य में बढ़ते मामलों और मजदूरों के विषय पर भी चर्चा हुई। शिंदे के मुताबिक राज्य में कोविड-१९  का जो प्रभाव है, उसे कैसे रोका जाए जाए, इसपर चर्चा हुई। ”हमारा यहां डेथ रेट पहले 7 फीसदी था, आज वह घटकर ३.२ फीसदी आ गया है। स्वस्थ होने वालों का आंकड़ा २५ से ४० फीसदी हो गया है और उसे और बेहतर करने के लिए के लिए और मृत्यु दर कम करने पर चर्चा हुई।”

एकनाथ के मुताबिक कोरोना संक्रमण की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए बीकेसी में हजार बेड, नेस्को में हजार बेड और कई जगहों पर ऐसे कुल १४,०००  जगहों पर बेड की व्यवस्था मुंबई में की गई है। इसी तरह ऑक्सीजन और आईसीयू जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। ”राज्य में भी जहां-जहां जरूरत है और जो भी जरूरत है, उस पर चर्चा हुई। सरकार इस कोरोनावायरस से मुकाबला करने के लिए जो भी करना है, वो उपाय कर रही है।”