बेस्ट कर्मचारियों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी हो सकती है मुंबई की बत्ती गुल!

बातचीत असफल, बढ़ सकती हैं मुंबईकरो की दिक्कतें

बेस्ट कर्मचारियों की हड़ताल का आज चौथा दिन है ।हालांकि प्रशासन द्वारा स्टेट ट्रांसपोर्ट ,निजी वाहनों और रेलवे की अतिरिक्त सेवाएं शुरू की जा चुकी है लेकिन मुंबईकरों की दिक्कतें कम होती नहीं दिख रही हैं।

यह दशक का बेस्ट का सबसे लंबा चलने वाला चलने वाली हड़ताल है इसके पहले 1997में बेस्ट की हड़ताल 3 दिन तक चली थी । यदि आज भी कोई हल नहीं निकलता तो मुंबईकरों की तकलीफें और भी बढ़ सकती हैं ।

दरअसल बेस्ट , बीएमसी, बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की एक इकाई है ।अब बेस्ट कर्मचारियों के सपोर्ट में कारपोरेशन के अन्य इकाइयों के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हो सकते हैं। बेस्ट की ही एक  अन्य इकाई मुंबई में इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई करती है उन्होंने चेतावनी दी है  कि यदि इस हड़ताल का हल जल्दी ही नहीं निकाला गया तो वे भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे ।इसके अलावा बीएमसी के सफाई कर्मचारी और अस्पताल कर्मचारीयों के इस हड़ताल में शामिल हो जाने से मुंबईकरों की दिक्कतें बढ़ती ही चली जाएंगी। इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई यूनिट के हड़ताल पर जाते हैं मुंबई की बत्ती गुल हो सकती है।
 ऐसा नहीं कि प्रशासन की तरफ से हड़ताल को सुलझाने की कोशिश नहीं की गई है लेकिन यूनियन का आरोप है कि उनकी मांगों को नजरंदाज किया जा रहा है। गुरुवार को उद्धव ठाकरे ने इस मामले में एक मीटिंग आयोजित की थी जिसमें बीएमसी कमिश्नर अजय मेहता, अन्य अधिकारी और बेस्ट कृति समिति के सदस्य शामिल थे। मीटिंग लगातार 7 घंटे चली लेकिन यूनियन लीडर शशांक राव ने कहा  बीएमसी प्रशासन उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है जिसमें इसके चलते हड़ताल चल रही है। राव के अनुसार इस बाबत चीफ मिनिस्टर को पहले ही पत्र भेज दिया गया था उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। कमिश्नर की भूमिका भूमिका निराशाजनक रही।हम चाहते हैं कि कोई सम्मानजनक हल निकले।
इस बीच एडवोकेट दत्ता माने ने मुंबई हाईकोर्ट में बेस्ट कर्मचारियों की हड़ताल के खिलाफ याचिका दायर की है। उनका कहना है कि यह हड़ताल गैरकानूनी है जिसके चलते लगभग 50 लाख मुंबईकरों को तकलीफ़ हो रही है। उन्होंने कोर्ट से निवेदन किया है कि वह कर्मचारियों को नौकरी पर वापस लौटने का आदेश दें।