बुलबुल ने २ की जान ली, धीमा पड़ा तूफान

बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश

बांग्लादेश के खेपूपाड़ा में तट से टकराने के बाद बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ अब धीमा पड़ गया है। हालांकि इसके असर से बंगाल और ओड़िशा में भारी बारिश हुई है और दो लोगों की जान भी चली गयी। पश्चिम बंगाल के तट से टकराने के वक्त तूफान की रफ्तार १२० से १३५ किमी प्रति घंटे थी। सीएम ममता बनर्जी के मुताबिक करीब १.५० लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है।

‘बुलबुल’ शनिवार रात पश्चिम बंगाल के सागर आइलैंड्स, ओडिशा के भद्रक और बांग्लादेश के खेपूपाड़ा में तट से टकराया। तूफान की रफ्तार ११०-१२० किमी प्रतिघंटा  के बीच थी। तूफान का असर दोनों राज्यों के तटीय इलाकों में दिखा और वहां भारी बारिश हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक २ लोगों की जान गयी है। कई जगह पेड़ गिरे से जिससे मकानों और धान की खेती को भी नुक्सान पहुंचा है।

तूफान की आशंका के बाद काेलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बाेस हवाईअड्डे पर शनिवार शाम ६ बजे से सुबह ६ बजे तक के लिए हवाई उड़ानाें पर राेक लगा दी गई। राज्य में एनडीआरएफ की ३५ टीमें काम कर रही हैं। भद्रक जिले में डीहा द्वीप के पास नाव डूबने से समुद्र में फंसे आठ मछुआराें काे रैपिड एक्शन फोर्स ने अन्य मछुआरों की मदद से बचाया है।

इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात कर तूफान से हुई तबाही का जायजा लिया  मदद का उन्हें भरोसा दिया। उधर बांग्लादेश के खेपूपाड़ा में तट से टकराने के बाद तूफान कमजोर पड़ गया।

ताजा ख़बरों के मुताबिक तूफान में बांग्लादेश के भोला, बारगुना और पटुआखाली से १५० मछुआरे लापता हैं। हालांकि, अधिकारियों ने १५,००० वॉलंटियर्स की मदद से करीब १५ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।