बिहार, मध्य-प्रदेश चुनाव और दीपावली के बाद बढ़ सकते है कोरोना के मामले

कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना को लेकर सरकार कड़ाई से कार्रवाई नहीं कर रही है। जिससे कोरोना को रोकना मुश्किल हो रहा है। एक ओर तो सरकार बाजारों में बिना मास्क पहने लोगों पर कार्रवाई नहीं कर रही है और वहीं सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है।

एम्स के डाँ आलोक कुमार का कहना है कि दीपावली के पर्व को लेकर बाजारों में भीड़भाड़ है। लोगों में सोशल डिस्टेंसिंग की कमी है। वहीं बिहार और मध्य- प्रदेश के चुनाव में लोगों को बिना मास्क के देखा जा रहा है। कहीं कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। जिससे कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है। और आने वाले दिनों में भयंकर रूप ले सकता है क्योंकि बिहार और मध्य-प्रदेश के चुनाव में मतदाताओं के साथ लोगों का एक –राज्य से दूसरे-राज्य में आना जाना रहा है। स्वभाविक है कि संक्रमण जरूर हुआ होगा जो आने वाले दिनों में सामने आयेगा।

डीएमए के पूर्व अध्यक्ष डाँ अनिल बंसल का कहना है कि जब तक लोग स्वयं कोरोना के खिलाफ सतर्क व सावधान नहीं रहेगे, तब तक कोरोना को काबू पाना मुश्किल होगा। उनका कहना है कि सरकार कहती है ‘जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं’ पर जहां देखों ढिलाई ही ढिलाई है। शहरों में, गांवों में, कस्बों में और जो बिहार व मध्य-प्रदेश में चुनावी माहौल चल रहा है वहां की  चुनावी सभाओँ में तो बहुत ही कम लोग मास्क लगाये हुये देखे जा रहे है। जो निश्चित तौर पर कोरोना को बढ़ावा दे रहे है।