प्रदूषण के सुधार को लगाया जा रहा है पलीता

गत दो दिनों से वायु प्रदूषण में सुधार तो देखने को मिला है पर , इस सुधार को पलीता लगाने में फिर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है। दिल्ली के हद्य माने–जाने वाले कनॉट प्लेस में जहां-तहां आराजक तत्व रात को सर्दी से बचने के लिये अलाव जलाने से बाज नहीं आ रहे है।

जनपथ मार्केट के ठीक सामने जो कनॉट प्लेस के बरामदें है वहां पर कचडे वाले कागज ओर टूटे टायर को शाम 7 बजे के बाद जलते हुए देखा जा सकता है।

शिवाजी स्टेडियम के पास भी यहीं हाल है। आन-जाने वाले कुछ यात्री इसका विरोध करते है। तो कुछ उनके बचाव के लिये आ जाते है कि इतने कम धुआं से कौन सा प्रदूषण फैल रहा है। बस चालकों ने बताया कि रात 8 बजे सर्दियों के दिनों में यात्रियों की भीड़ काफी कम हो जाती है। इसका फायदा अराजक तत्व और नशेड़ी उठाते है।

बस चालको का कहना है कि सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि औचक निरीक्षण करें और वायु प्रदूषण फैलाने वालों को रोके व उनपर सख्त कार्रवाई करें। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। जानकारों का कहना है कि जब दिल्ली के कनॉट प्लेस में ये हाल है तो दिल्ली के अन्य इलाकों में क्या हाल होगा।

दिल्ली वालों को दूषित माहौल में जीने को मजबूर होना पड़ रहा है। बच्चो से लेकर बुजुर्गो को सांस लेने में दिक्कत होती है। नशा मुक्ति अभियान चलाने वाले अमरीश का कहना है कि सर्दी हो गर्मी हो या अन्य मौसम नशेड़ी बिना भय भीत हुये दिल्ली में जहां-तहां प्रदूषण फैलाते रहते है।

सरकार को इस मामलें में गंभीर व कठोर कार्रवाई करनी चाहिये अन्यथा प्रदूषण का दंश हमारे स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करता रहेगा।