पलायन मजदूरों के घरों में बढे रहे पारिवारिक कलह बजह बेरोजगारी  

कहते है कि मुशीबत अकेले नहीं आती है। बल्कि झुण्ड में आती है । ऐसा ही हाल आज कल देश – दुनिया का है। देश एक ओर कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है । वही लाँकडाउन के दौरान जो शहरों से गांवों की ओर पलायन हुआ है । गांवों में मजदूर आ तो गये , लेकिन अब वो गांवों में आकर पूरी तरह से बेरोजगार हो गये है । ऐसे में मानसिक तनाव के कारण या परिवारिक विवाद की वजह से उनके घरों में घरेलू -कलैश व पारिकवारिक हिंसा के मामले तेजी से बढ रहे है। उत्तर – प्रदेश, मध्य- प्रदेश, बिहार और राजस्थान में सबसे ज्यादा मजदूर अपने घरों में कोरोना के डर से या कंम्पनियों के बंद होने की वजह से आ गये थे। मजदूरों का कहना है कि अब वे अपनी रिस्क पर शहरों में रोजगार के लिये जाना चाहते है । ताकि काम कर सकें। उनकी सरकार से एक ही मांग है कि वे मजदूरों के लिये साधन मुहैया करा दें, ताकि फिर से काम तलाश कर रोजी –रोटी शुरू कर सकें।उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के पुगंरी गांव के रहने वाले ग्यादीन ने बताया कि अब तो कोरोना का कहर पूरे देश में फैल रहा है, तो ऐसे में अब वो शहर में रह कर काम करना चाहते है। जहां पर अपनी रोजी –रोटी कमा सकें। उनका कहना है, कि हरियाणा में काम सही चल रहा था लेकिन कोरोना के डर से और कंपनी के बंद होने के भय से वे वहां से भागकर आ गये । अब उनका परिवार में आये दिन कलह होता रहता है। वजह साफ है, कि रोजगार ना होने के कारण आर्थिक तंगी के कारण पैसों को लेकर परिवार व दोस्तों से झगडा । ऐसे ही तमाम मामले अब बुन्देलखण्ड में हर रोज गृह कलह के सामने आ रहे है।

मध्य प्रदेश के छत्तरपुर जिले के बमीठा के रहने वाले ब्रजेन्द्र पटेल का कहना है कि दिल्ली से अपने जिले में कोरोना से डर कर काम-धंधा छोड कर आ गये थे लेकिन अब तो यहां पर  भी कोरोना का कहर सितम ठहा रहा है । उनका कहना है कि जिससे डरकर आये तो वो यहां पर भी आ गया है। तो ऐसे में अब वे दिल्ली जाकर ही काम करना चाहते है। उनका कहना है कि घर में फालतू होने पर उनके घर में झगडा आम बात हो रही है। उनको डर लगा रहता है कि घर में महिलाओं के झगडे इस कदर बढ जाते है, कि कई बार लगता है कि पुलिस को बुलाने तक की नौबत आ जाती है। बिहार निवासी जयरंजन का कहना है कि बिहार में शराब बंदी होने के कारण यहां पर शराब की बिक्री नहीं है। ऐसे में जो पलायन होकर आये दिल्ली , हरियाणा, महाराष्ट्र से आये मजदूरों को शराब की लत  होने की वजह से वे बिहार बार्डर, उत्तर –प्रदेश से शराब लाकर जम कर पी रहे है। घर – गांव में आकर पूरी तरह से बेरोजगार है। जो पैसा कमाकर लाये थे। अब उसको शराब में उडा रहे है।जिसके कारण पुरूष और महिलाओं में झगडा आम बात हो रही है। जयरंजन ने केन्द्र और बिहार सरकार से अपील की है कि कोरोना के कहर को रोकने के साथ-साथ पलायन होकर गांवों में आये मजदूरों के रोजगार पर ध्यान दें ताकि मजदूरों को काम के साथ उनके घरों में हो रही हिंसा को रोका जा सकें।