नागरिकता क़ानून के खिलाफ ‘बिहार बंद’

यूपी में कई जगह हिंसा जारी, अब तक हो चुकी है १३ लोगों की मौत

नागरिकता संशोधन क़ानून और एनआरसी के खिलाफ बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का बंद जारी है। कई जिलों में इस बंद का असर दिखा है। कई जगह ट्रेनें रोकी गयी हैं और जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस बीच देश भर में इस आंदोलन के दौरान मरने वालों की संख्या १५ हो गयी है इनमें अकेले यूपी में १३ लोग शामिल हैं।
उधर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार देर रात आंदोलनकारियों का समर्थन करने के लिए लाल इंडिया गेट पहुँची और आंदोलनकारियों के बीच धरने पर बैठीं। दिल्ली में आंदोलन का समर्थन करने आए भीम आर्मी के चंद्रशेखर को हिरासत में ले लिया गया।
अभी तक की रिपोर्ट्स के मुताबिक बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के बंद आह्वान का ख़ासा असर दिखा है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएए के खिलाफ हमने बिहार में बंद का आह्वान किया है। यह अधिनियम असंवैधानिक और मानवता के खिलाफ है। इसने भाजपा के विभाजनकारी चरित्र को उजागर किया है। कांग्रेस भी आरजेडी के बंद का समर्थन कर रही है।
पटना में कारगिल चौक में धारा १४४ लागू बंद के दौरान जहानाबाद में आरजेडी समर्थकों ने ट्रेन रोक कर ट्रैक पर की आगजनी बेगूसराय में वामपंथी और अन्य सहयोगी दलों के बिहार बंद का असर दिख रहा है। भागलपुर में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने कई ऑटो के शीशे फोड़े, रिक्शों की हवा निकाल दी। कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह आग लगाई।
प्रदर्शन का असर यातायात पर पड़ा है। पुलिस और समर्थकों के बीच भी नोंक-झोंक देखने में आई। कार्यकर्ताओं ने पटना सिटी के कुम्हरार गुमटी के पास रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दरभंगा और पटना समेत कई जगहों पर आरजेडी और कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और जबरन दुकानें बंद कराई जा रही है।
उधर उत्तर प्रदेश के रामपुर में नागरिकता को लेकर शनिवार को आंदोलन तेज हो  गया। रामपुर में भीड़ ने पुलिस की गाड़ियां फूंकी दी। जिसके बाद की फायरिंग में एक को गोली लगी है। रोक के बाद भी ईदगाह जा रही भीड़ हुई बेकाबू। पुलिस की आधा दर्जन बाइक फूंके जाने की सूचना है। अमरोहा में भी तनाव है। शुक्रवार को पकड़े गए लोगों को छोड़ने का दबाव, जामा मस्जिद पर भीड़ जुट रही है।
उत्तर प्रदेश में स्थिति को देखते हुए प्रशासन की तरफ से सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है। हालांकि, राजधानी दिल्ली में सभी मेट्रो स्टेशन सामान्य रूप से खोल दिया गया है। नागरिकता कानून को लेकर हो रही हिंसा के बीच उत्तर प्रदेश में मरने वाले लोगों की सख्या बढ़कर १३ पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि हिंसा के चलते मेरठ में चार, वाराणसी, कानपुर, बिजनौर और संभल में दो-दो लोगों की मौत हुई है जबकि फिरोजाबाद में एक शख्स की जान गई है। हिंसा को रोकने के इरादे से २१ जिलों में इंटरनेट सेवाएं बाधित कर दी गई हैं साथ ही, प्रदेश भर के स्कूल, कॉलेजों और यूनिवर्सिटी शनिवार को भी बंद हैं। प्रदेश में ३१ जनवरी, २०२० तक धारा १४४ लागू कर दी गई है। हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। इसके अलावा पुलिस लोगों से शांति की भी अपील की रही है। दिल्ली के दरियागंज में प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल करने वाले लोगों में से १५  को गिरफ्तार किया गया है जबकि ४० को हिरासत में लिया गया है जिनमें ८  नाबालिग हैं।