नये साल की रोशनी!

प्रसिद्ध नाटककार विलियम शेक्सपियर ने लिखा है- ‘यदि आप भविष्य को देख सकते हैं और जान सकते हैं कि आगे क्या होगा, तो मुझसे बात करें।‘  साल 2020 के बाद 2021 ने भी हमें इस हक़ीक़त से रू-ब-रू कराया कि हम बहुत अनिश्चित वक़्त में जी रहे हैं, जहाँ बड़ी योजनाएँ और उच्च संकल्प भी काम नहीं करते। साल 2021 के दौरान दुनिया भर में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमिक्रॉन वारियंट वायरसों ने जिस तरह से हमला किया, उससे पीडि़त लोगों ने जीने के लिए ख़ुद को नये माहौल और तरीक़ों में ढाल लिया। ग्लोबल वार्मिंग के साथ कई देशों में सर्दी का मौसम गर्मियों में बदल गया। लेकिन ऐसे अवसर पर भारत ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पंचामृत की पेशकश की। सोशल मीडिया एक अलग तरह की विषाक्त महामारी का अड्डा बन गया। लेकिन ‘एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड’  सन्देशों के मूल का पता लगाने के तरीक़े को सक्षम करने के लिए नये नियम लागू किये गये। विश्व स्तर पर ख़बरों की सुर्ख़ियाँ बनने वाली कई और घटनाएँ थीं, जिनमें अमेरिका में जो बाइडन की शानदार शुरुआत, टोक्यो ओलंपिक, अफ़गानिस्तान से अमेरिकी (नाटो) सेनाओं की वापसी, जी7 और कॉप26 जैसे वैश्विक सम्मेलनों के अलावा अरबपति-वित्त पोषित अंतरिक्ष पर्यटन के पहले क़दम की शुरुआत भी हुई।

भारत की बात करें, तो राष्ट्र 21 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के टीकाकरण की एक 100 करोड़ ख़ुराक देने में सक्षम हो गया था और अब यह टीकाकरण बढ़कर 1.36 बिलियन (136 करोड़) ख़ुराक के आँकड़े को छू चुका है। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, 8 दिसंबर को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गँवा बैठे, जिसमें उनकी पत्नी और उच्च सैन्य अधिकारियों सहित 13 लोगों की भी मौत हो गयी। एक साल तक चले किसान आन्दोलन का भी 9 दिसंबर को पटाक्षेप हो गया, जब सरकार के आन्दोलन के आगे घुटने टेकने और उनकी माँगों को मानने और भरोसा देने के बाद किसानों ने विरोध-प्रदर्शन स्थगित कर दिया। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटी। इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स के ‘पंडोरा पेपर्स’ के नाम से ख़ुलासे कर दिये गये, जिसमें 300 भारतीयों के नाम कथित रूप से विदेशी मुद्रा को छिपाने और धनशोधन के मामलों में शामिल थे। इसे साल 23 अगस्त को भारत ने अगले चार वर्षों में छ: ट्रिलियन रुपये (80.90 बिलियन डॉलर) की सार्वजनिक सम्पत्ति का मुद्रीकरण करने का निर्णय किया। एयर इंडिया 70 साल बाद वापस टाटा के पास लौट आयी, जिनकी कम्पनी टाटा सन्स ने एयर इंडिया की नीलामी की बोली जीती। दिलचस्प यह है कि एयर इंडिया की स्थापना सन् 1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से परिवार के वंशज जहाँगीर रतनजी दादाभाई टाटा ने ही की थी।

साल 2021 में वर्चुअल वल्र्ड, वर्क फ्रॉम होम) जीवन बन गया है। यह साल ऐसे अप्रत्याशित समय का सामना करने और इसके सबक़ सीखने और उन्हें सहने का साल भी था। साल का आख़िरी महीना इसके पहले पखबाड़े में 12 दिसंबर को अच्छी ख़बर के साथ समाप्त हुआ। प्रतिष्ठित ‘मिस यूनिवर्स’ का ख़िताब 21 साल बाद फिर भारत की झोली में आ गया, जब चंडीगढ़ में जन्मी हरनाज़ संधू को इज़रायल के ऐलात में हुई प्रतियोगिता के 70वें संस्करण का विजेता घोषित किया गया। उम्मीदों से भरी इस तरह की ख़बरों को बनाये रखने की ज़रूरत है; क्योंकि शो चलता रहना चाहिए। कहा भी गया है- ‘जीवन में कोई पूर्ण विराम नहीं होता, सिर्फ़ उम्मीद और उम्मीद होती है। इसी के साथ ‘तहलका’ अपने पाठकों और संरक्षकों को उम्मीदों, आकांक्षाओं और नये साल के संकल्पों को पूर्ण करने के लिए सुखद और स्वस्थ नव वर्ष की शुभकामनाएँ देता है!

चरणजीत आहुजा