देहरादून के बोर्डिंग में छात्रा से गैंगरेप

निदेशक, प्रिंसिपल सहित आरोपी ४ छात्र गिरफ्तार

हरियाणा में टापर छात्रा से गैंगरेप के सभी आरोपी अभी पकड़े नहीं जा सके हैं कि एक और शर्मनाक खबर उत्तराखंड के देहरादून से आई है। वहां एक बोर्डिंग में पड़ने वाली दसवीं की छात्रा से गैंगरेप किया गया है। इस मामले में सबसे शर्मनाक बात यह है कि छात्रा की शिकायत के बावजूद स्कूल प्रबंधन ने  इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की। छात्रा का गर्भ गिराने का आरोप भी लगाया गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़िता देहरादून के बोर्डिंग स्कूल की दसवीं की छात्रा है और उसकी एक और बहन वहीं पढ़ती है। गैंगरेप की घटना १४ अगस्त की बताई गयी है। पुलिस ने इस मामले में स्कूल के निदेशक, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और चार आरोपी छात्रों समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने घटना को दबाने की कोशिश की लेकिन घटना की जानकारी एसएसपी तक पहुँची तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई की। वैसे इस मामले की बात सामने तब आई जब छात्रा गर्भवती हो गई और आरोप के मुताबिक उसका गर्भपात करवाने की कोशिश की गयी।

जिन छात्रों पर रेप का आरोप लगा है वे सभी नाबालिग बताये जा रहे हैं। वे सभी पीड़िता के सीनियर हैं। जैसे ही छात्रा के गर्भवती होने की जानकारी एसएसपी निवेदिता कुकरेती के संज्ञान में आई उन्होंने जांच के आदेश जारी किये। पुलिस एसडीएम विकासनगर और बाल कल्याण समिति के साथ स्कूल पहुंची और मामले की जानकारी जुटाई। स्कूल और हॉस्टल में प्राथमिक जांच के बाद घटना के सही होने के संकेत मिले। पुलिस ने स्कूल और हॉस्टल प्रबंधन से भी पूछताछ की। मामला दून के ग्रामीण इलाके में स्थित एक बोर्डिंग स्कूल का है।

रिपोर्ट्स में बताया गया है कि बोर्डिंग में पड़ने वाली इन दोनों बहनों की पेरेंट्स के बीच कथित तौर पर  झगड़ा है और इसी के चलते उन्होंने बोर्डिंग में दाखिल कर रखा है। कुछ रोज पहले छोटी बहन की तबीयत खराब हुई तो उसने बड़ी बहन को सारी घटना की जानकारी दी और उसपर दुष्कर्म करने वाले छात्रों के नाम भी बताये। स्कूल प्रबंधन को  जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली उनके पैरों टेल ज़मीन सरक गयी। लेकिन बजाये पुलिस को बताने के उन्होंने मामले को दबाने की तैयारी कर ली।  आरोप है कि प्रबंधन के लोगों ने छात्र पर गर्भपात करवाने का दबाव डाला। छात्र काफी दिन से अपने खिलाफ हुए दुष्कर्म को लेकर प्रवंधन को बता रही थी लेकिन कुछ नहीं किया गया। उलटे उसे मुंह बंद रखने को कहा गया। प्राथमिक जांच में घटना के सही होने के संकेत मिलते ही छात्रा का मेडिकल कराया गया। मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।