देश में कोरोना के ८३ मामले, १० लोग स्वस्थ हुए, नागपुर अस्पताल से कोरोना संदिग्ध भागे

भारत में कोरोना से दो लोगों की मौत हुई है और इसके ८३ मामले हैं और अच्छी खबर यह भी है कि देश में कोरोना के १० मामलों में प्रभावित स्वस्थ हो गए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बेटी इवांका ने घर से काम करने का फैसला किया है जबकि अमेरिका में इमरजेंसी लगाने के बाद राष्ट्रपति ने ३७,००० करोड़ रूपये कोरोना से मुकाबले के लिए जारी किये हैं।

 भारत में सरकार ने ‘मास्क’ और ‘हैंड सैनिटाइजर’ को आवश्यक वस्तु घोषित कर दिया है और अधिसूचना जारी कर कहा है कि कोई भी इनकी कालाबाजारी करता है, तो दोष सिद्ध होने पर सात साल तक की जेल हो सकती है। इस बीच खबर है कि महाराष्ट्र के नागपुर में कोरोना के चार संदिग्ध मरीज पिछली देर रात अस्पताल से घर भाग गए जिसके बाद शहर में अलर्ट घोषित कर मरीजों की तलाश की जा रही है।

दिल्ली में कोरोना वायरस से देश में दूसरी मौत दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती एक ६८ वर्षीय महिला की हुई। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए देश में अब युद्ध स्तर पर प्रयास शुरू हो गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि  भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर ८३ हो गई है, हालांकि अब तक १० लोग स्वस्थ भी हुए हैं हुए हैं।

अभी तक दिल्ली, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत कम से कम १३  राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना के मामले पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इसे स्वास्थ्य इमरजेंसी नहीं करार दिया है और लोगों से भयभीत नहीं होने की अपील की है।

महाराष्ट्र के नागपुर  की वहां कोरोना के चार संदिग्ध मरीज पिछली देर रात इंदिरा गांधी गवर्न्मेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल से भाग गए। शहर में अलर्ट घोषित कर दिया गया है।