दिल्ली में नागरिकता संशोधन विधेयक जश्न और सियासत

लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक -कैब –  2019 के पारित होने के बाद मंगलबार को राज्य सभा बिल पेश होने की खुशी में दिल्ली में एक ओर हिन्दू संगठनों द्वारा जश्न मनाया जा रहा था वहीं विधेयक के विरोध में जमकर नारे वाजी की गई। दिल्ली के तमाम इलाकों में तहलका संवाददाता ने लोगों से बात की तो मिली- जुली प्रतिक्रिया सामने आयी लोगों ने कहा कि ये सियायत का खेल है जो दिल्ली में विधान सभा चुनाव के पूर्व किया जा रहा है। ताकि वोट बैेक का ध्रुवीकरण किया जा सकें। इसी मामले में मंजनू का टीला में रह रहे शरणार्थियों ने कहा कि देश  आज उनकी जिन्दगी में सबसे बड़ा खुशी का दिन आया है।इन शरणार्थियों ने कहा कि पाकिस्तान में जीवन गुलामी से भी दिन व दिन बत्तर होता जा रहा था। यहां लगभग 135-36 परिवार 2013 से कैम्प में रहे है। कुछ लोग अब भी पाकिस्तान से भाग कर शरण भी ले रहें है।उनका कहना है कि वे पूरी तरह से यहां पर शांतिपूर्वक व सम्मान के साथ रह रहे है।भगनाव दास ने बताया कि सरकार की वे तारीफ करते है कि अब उनको भारतीय नागरिकेता मिलने की उम्मीद जागी है। उनका कहना है कि मानवीय हित को देखते हुये सभी को इस बिल का स्वागत करना चाहिये।कैम्प रह रहे सोहन का कहना है कि भारत में अभी तक वे रह रहे थे तो भय सता रहा था कि कभी भी उनको लेकर कहीं ऐसा माहौल भारत में ना बन जाये जिससे उनको यहां से भगा दिया जायेगा। पर अब ऐसा नहीं होगा । क्योंकि सरकार ने आखिरकार इंसानियत को बचाने का प्रयास किया है।मंजनू के टीला पर लोग जश्न मनाकर झूम रहे थे और  कह रहे थे कि अब भारत देश अपना है अब वे अपनी नागरिकता और पहचान की बात करेगें।सबसे गंभीर बात इनको यहां पर ये सता रही थी कि एक तो वे पाकिस्तान से भाग कर अपनी जान बचा कर भारत आये है कहीं ऐसा ना हो जाये कि उनको यहां से भगना पड़े तो इस हालत में वे क्या करेंगे अब वो चिन्ता दूर हों गयी। दिल्ली में भाजपा नेता राजकुमार सिंह ने मंजनू के टीले और पूर्वी दिल्ली में  लोगों के बीच जाकर मिठाईयां बांटी और कहा कि भाजपा सरकार ने जो कहा वो कर दिखाया जैसे अनुच्छेद 370 , राममंदिर और अब नागरिकता बिल लाकर ये साबित कर दिया कि जो कहा सो कर दिखाया। कांग्रेस के नेता रमेश पंडित ने कहा कि दिल्ली में विधान सभा चुनाव को लेकर धुव्रीकरण की राजनीति की जा रही है और एक विशेष वर्ग के वोट हथियाने का काम किया जा रहा है । पर भाजपा को इससे कुछ मिलने वाला नहीं है। मौजूदा हालात में देश में आर्थिक मंदी और बेरोजगारी से लोग परेशान है और सरकार नागरिकता बिल लाकर अपनी पीठ थपथपा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता तपस राय ने कहा कि सरकार का ये फैसला स्वागत योग्य है । क्योंकि इस बिल में किसी के साथ कोई साजिश वाली बात नहीं है। नागरिकता विधेयक बिल हमें भारत वासियों के लियें पारदर्शिता और विकास को बल देगा जो अभी तक नहीं था।सी ए सुनील गुप्ता ने कहा कि जब तक किसी देश में खुशहाली नहीं आ सकती जब तक देश में भाई -चारा का माहौल ना हो ये बिल हमें आगे चल कर एकता के सूत्र में पिरोएगा क्योंकि अभी तक नागरिकता के विधेयक को लेकर तमाम तरह के कयास लगाये जा रहे थे कि कहीं ये बिल घातक और देश में विभाजन वाली रेखा ना खींच दें पर ऐसा नहीं है इस बिल को वे देश हित में मानते है।

राजीव दुबे