दिल्ली चुनाव का ऐलान : धर्म, कर्म और मंदी पर राजनीति शुरू

दिल्ली विधानसभा चुनाव का घोषणा हो चुकी है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने 6 जनवरी को संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा की।  इस घोषणा के मुताबिक, 8 फरवरी को मतदान होगा और 11 फरवरी को चुनाव परिणाम घोषित किये जाएँगे। दिल्ली में एक करोड़ 46 लाख मतदाता हैं, जो 70 विधानसभा सीटों पर मतदान करेंगे। वहीं चुनाव घोषणा से पहले ही राजनीतिक बयानबाज़ी शुरू हो चुकी है। माना जा रहा है कि इस बार दिल्ली विधानसभा का चुनाव पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा काफी हटकर होगा। इस बार आरोप-प्रत्यारोप के साथ-साथ धर्म, कर्म और देश हित के मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा जाएगा। इसे लेकर नेताओं के बीच बयानबाज़ी शुरू हो चुकी है। तहलका संवाददाता ने दिल्ली के आप पार्टी, कांग्रेस और भाजपा के नेताओं से बात की है; तो उन्होंने अपने अपने तर्क दिये और बताया कि इस बार का चुनाव परिणाम बड़ा उलटफेर वाला होगा। क्योंकि दिल्ली में चुनाव के ऐलान के पूर्व, जो माहौल बन रहा है। इससे तो स्पष्ट है कि इस बार धर्म, कर्म और आर्थिक मंदी के साथ-साथ आरोप-प्रत्यारोप वाला चुनाव माहौल बनेगा।  भाजपा पूरी तरह से इस चुनाव को धर्म युद्ध की तरह चुनाव लडऩा चाहती है। वह हिन्दुत्व, हिन्दू और हिन्दू राष्ट्र को आधार बनाकर पहले भी चुनाव लड़ती रही है। इसके साथ ही इस बार भाजपा ने नागरिकता संशोधन कानून जैसा कार्ड खेला। इस कानून को लेकर पूरे देश में विरोध हुआ, जिसका आरोप भाजपा ने कांग्रेस और दूसरे विपक्षियों पर लगाया। इस कानून को लेकर भाजपा जनता मेंं यह मैसेज दे रही है कि सीएए कानून पूरी तरह से देश हित में है। इसका बेवजह विरोध करके हिंसा फैलायी जा रही है। भाजपा तो पूरी तरह से राष्ट्र धर्म का पालन कर रही है। भाजपा आलाकमान से लेकर दिल्ली के नेताओं का कहना है कि पार्टी अपने कर्म के साथ अपना राष्ट्र धर्र्म का पालन कर रही है। इसमें सभी नागरिकों को एक सामान सुविधाएँ मिलें, पर विरोधी लोग न जाने क्यों असमानता को बल दे रहे हैं, अफवाह फैलाकर लोगों को भडक़ा रहे हैं। भाजपा दिल्ली में हर रोज़ सीएए के समर्थन में रैलियाँ निकालकर जागरूक करने की चेष्टा करके वोट माँग रही है। भाजपा के नेता विजय गोयल का कहना है कि जबसे सीएए कानून पास हुआ है, तबसे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी लोगों को भडक़ा रही हैं। भाजपा के नेता अमन जांगड़ा ने द्वारका में एक जनसभा में कहा कि सीएए कानून से किसी भी देशवासी को नागरिकता को कोई खतरा नहीं है। लेकिन जो माहौल बनाया जा रहा है, उससे ज़ाहिर है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को चुनाव से पहले हार दिख रही है।

कांग्रेस पार्टी के दिल्ली प्रदेश के डेलीगेट श्याम सुन्दर कद ने कहा कि आप पार्टी और भाजपा दोनों ही एक सिक्के दो पहलू हैं। दोनों ही देश और दिल्ली वालों को गुमराह करने में लगे हैं। आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री चुनाव जीतने के लिए झूठे वादे कर रही है। नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले केजरीवाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र में झुग्गी वालों को कोई सुविधा तक नहीं दी है। बस चुनाव के पहले 200 यूनिट बिजली फ्री करके लोगों का वोट हाहिल करना चाह रहे हैं; पर जनता समझदार है। कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है, जो विकास की राजनीति करती है। श्याम सुन्दर कद का मानना है कि देश में आर्थिक मंदी है लोग बेरोज़गार है और चारों तरफ आर्थिक मंदी व्यापारी और किसान वर्ग जूझ रहा है। ऐसे में कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है, जो देश को आर्थिक तंगी से जूझ रहे देश को बचा सकती है।

वहीं आप पार्टी के नेता व दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि आप पार्टी ने दिल्ली में कर्म किया है और लोगों को बिजली-पानी की फ्री में सुविधा दी है। स्कूलों के निर्माण करवाये हैं, प्राइवेट स्कूल वालों की मनमानी रोककर फीस बृद्वि को रोका है, जिससे अभिभावकों को काफी राहत मिली है। दिल्ली में हर क्षेत्र में सरकार ने काम किया गया हैं। आज तक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और सरकार पर कोई भ्रष्ट्राचार का आरोप तक नहीं लगा है। सरकार ने पाँच साल तक, जो अच्छा काम किया है। उसी के आधार पर वह वोट माँग रही है। केन्द्र की मोदी सरकार सिर्फ देश में विभाजन वाली राजनीति कर रही है। उसको लोकसभा चुनाव के बाद जितने भी विधानसभा चुनाव हुए उसमें करारी हार मिली है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी ऐसा होगा।

बयानबाज़ी ज़ोरों पर

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर दिल्ली के नेताओं के बीच बयानबाज़ी ज़ोरों पर है। नेताओं की बयानबाज़ी का केन्द्र नागरिकता संशोधन कानून भी है। ऐसे में विकास जैसे मुद्दों और बेरोज़गारी जैसी समस्याओं पर कम ही चर्चा हो रही है।

दिल्ली में विधानसभा चुनाव में आप पार्टी, कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला है। क्योंकि इस बार के चुनाव में नागरिकता संशोधन कानून जैसे मामले सामने आने के कारण चुनावी राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी भी नपी-तुली बयानबाज़ी कर रहे हैं। चुनाव के पूर्व दिल्ली की सियासत उलझी-उलझी सी नज़र आ रही हैं। बस इतना ज़रूर है कि सभी सियासत दल इस बात की दावेदारी कर रहे हैं कि इस बार उनकी सरकार बनने जा रही है। चाहे आम आदमी पार्टी हो या कांग्रेस या फिर भाजपा।

आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का कहना है कि भाजपा झूठ की राजनीति कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कह रहे हैं कि केन्द्र सरकार अनधिकृत कॉलोनी में पक्की रजिस्ट्री कराकर लोगों को मालिकाना हक दे रही है; पर ऐसा हो नहीं रहा है। केन्द्र सरकार ने अभी तक किसी के मकान की कोई रजिस्ट्री नहीं करायी है।

‘आप’ कार्यकर्ता नवीन जैन कहते हैं कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के पहले ही कांग्रेस और भाजपा पार्टी की हार दिख रही है। क्योंकि दिल्ली की जनता मानती है कि जो काम दिल्ली में ‘आप’ की सरकार ने किया है, वह पिछली भाजपा और कांग्रेस की सरकारों ने नहीं किया। दिल्ली सरकार ने बिजली, पानी जैसी सुविधा के साथ महिलाओं को बसों में फ्री यात्रा की सुविधा दी है। इससे दिल्ली में आप पार्टी के प्रति लोगों की सोच बदली है। दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी पर कोई भी धाँधलेबाज़ी का आरोप न लगने से जनता मान रही है कि यह एक ईमानदार पार्टी है। वहीं आम आदमी पार्टी में सभी के धर्मों का सम्मान भी किया जाता है।

कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा का कहना है कि दिल्ली में जबसे आम आदमी पार्टी की सरकार बनी हैै, तबसे दिल्ली में विकास कार्य ठप पड़े हैं। उनकी सरकार आएगी, तो दिल्ली वालों को 500 यूनिट बिजली नि:शुल्क दी जाएगी। दिल्ली में लाड़ली योजना लागू की जाएगी, जो कांग्रेस के घोषणा-पत्र में है। कांग्रेस पार्टी के नेता वीर सिंह ने संगम बिहार में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में आप सरकार लाख दावे करे कि उसने राजधानी में खूब विकास कार्य किये हैं, पर जनता सब जानती है। दिल्ली का जितना भी विकास हुआ है, वह कांग्रेस के शासन में हुआ है। आम आदमी पार्टी केवल प्रचार में लगी है। मोहल्ला क्लीनिकों की हालत जर्जर है। जो एक घोटाले का रूप ले रहा है। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा था कि दिल्लीवासियों के इलाज के लिए एक हज़ार मोहल्ला क्लीनिक खोले जाएँगे। लेकिन मुश्किल से 300 के करीब मोहल्ला क्लीनिक खोले गये हैं।

इधर, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय पंडित ने कहा कि जिस प्रकार पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में एक खुशहाली का माहौल बना है, उससे लोग खुश हैं। विजय पंडित का कहना है कि दिल्ली में भाजपा के प्रति लोगों का विश्वास बना है। केजरीवाल सरकार से जनता परेशान है। क्योंकि केजरीवाल ने दिल्ली वालों को गुमराह कर 2015 में सरकार बना ली थी। पर अब जनता गुमराह होने वाली नहीं है।

भाजपा के पार्षद अमन जांगड़ा का कहना है कि केजरीवाल की पार्टी एक आंदोलन से निकली है। जिसकी चकाचौंध में दिल्ली की भोलीभाली जनता फँस गयी थी। लेकिन अब जनता फँसने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मोदी सरकार के फैसले का विरोध हुआ है, उससे जनता अब जान गयी है कि दिल्ली में हिंसा और आगजनी करके करोड़ों की सम्पत्ति को जलाया गया है। इससे देशवासियों में नाराज़गी है। लोग जान गये हैं कि भाजपा ही ऐसी पार्टी है, जो देश को विकास के पथ पर ले जा सकती है।