दिल्ली का जाम बना सियासी जाम

दिल्ली में चक्का जाम का सच और जाम कैसे लगा और क्यों लगाया गया इस पर दिल्ली के तमाम रूटों पर तहलका संवाददाता ने बस चालकों , यात्रियों और यातायात पुलिस से बात की तो उन्होंने बताया कि दिल्ली एनसीआर में जाम लगना कोई नई बात नहीं है। पर इन दिनों जो शाहीन बाग में सीएए के विरोध में जो जाम लगा है वो पूरी तरह से सियासी जाम बन गया है। दिल्ली में रिंग रोड का जाम पूरी दिल्ली की जाम की जड बन गया है। क्योंकि कुछ तो रूटों का परिवर्तन चुनाव में नेताओं की रैलियों की वजह से लगा है तो कुछ विरोध प्रदर्शन की वजह से ऐसे में लोगों को जाम के कारण जो परेशानी हुई है वो पूरी तरह से सोची समझी साजिश है।

बस चालकों ने बताया कि आफिस के आने- जाने के समय पर तो जाम लगता है । जो जगजाहिर है। पर इन दिनों जो शाहीन बाग की वजह से जाम को सियासी रंग देने के लिये जाम को म्मुद्दा बनाया गया उसके वजह से सबके दिलों- दिमाग पर शाहीन बाग को जाम की वजह बताया गया है।कई जगह सडकों की खुदाई और बसों की खराबी , कारों को जानबूझ कर आडी तिरक्षी सडकों पर इस लिये लगाया गया कि लोग समझें ये कि जाम दिल्ली में सीएए के विरोधियों द्वारा लगाया गया।

बस चालक बिट्टू ने बताया कि सियासत क्या क्या ना करें वो कम है क्योंकि दिल्ली की सडकों से जिस कदर गायब व कम किया गया है वो पूरी तरह से सियासत है। उन्होंने बताया कि वे 311 और 611 नं की रूटों पर चलते है। कलस्टर बस को चलाते है पर दिनों तो उनको ऐसा सामना इन रूटों पर करना पडा जैसे वे ही जाम के लिये जिममेदार है। कभी यात्रियों से गाली तो कभी बस डिपों में देरी से पहुंचने पर अधिकारियों की गुस्सा का सामना करना पडा। यात्रियों का कहना है कि राजनीति की वजह से जो जाम शाहीन बाग की वजह बताया जा रहा है हकीकत में वो नहीं है । क्योंकि अगर जाम से निजात सही मायने में नेता चाहते तो कभी का शाहीन बाग का धरना समाप्त करवा देते पर ऐसा नहीं है।  जिस तरीके से नेताओं नेताओं ने शाहीनबाग के जाम को चुनावी मुद्दा बनाया गया वो समस्या का समाधान के लिये नहीं बल्कि वोटों के लिये । यातायात पुलिस ने बताया कि सडकों पर जाम के लिये कई खामियां होती है जो कई बार रेट लाइट का बंद व खराबी का होना है। अक्सर बसों के खराब होने से या अन्य वाहनों के खराब होने से कई कई घंटों का जाम लग जाता है जो लोगों के लिये ही नहीं बल्कि पूरी यातायात व्यवस्था को चरमरा देता है। ऐसे में ये नहीं कहा जा सकता है कि शाहीन बाग की वजह से ही जाम लगा है। पर इतना निश्चित है कि जो रिंग रोड पर जो जाम लगा है वो पूरी तरह से सियासी जाम का कारण है।