…तो बिहार विधानसभा चुनाव  में नहीं चलेंगे नफ़रती बयान

दिल्ली चुनाव के दौरान भाजपा ने शाहीन बाग़ के बहाने जमकर ध्रुवीकरण की कोशिश की। पर वो सत्ता हासिल करने से बेहद दूर रही। अब रणनीतिकार यहां तक कि भाजप के ‘चाणक्य’ कहे जाने वाले अमित शाह के बोल भी बदले-बदले से सुनाई दे रहे हैं।
उन्होंने चुनाव परिणामों के बाद पहली बार स्वीकारा कि भाजपा को गोली मारो और भारत पाकिस्तान मैच जैसे बयानों से नुकसान हुआ। और सीएए पर बातचीत के लिए वक़्त देने तक कि बात कह दी है।
अब राजनीतिक दलों के लिए अगला लक्ष्य इसी साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव हैं। वहां पर नीतीश कुमार की जेडीयू और पासवान की लोजपा के साथ भाजपा का गठबंधन है। जो दिल्ली में भी मिलकर लडे, पर केजरीवाल के आगे फीके ही साबित हुए।
अब लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने बिहार चुनाव को लेकर अभी से राजग और खासकर भाजपा को एक तरह से चेताया है। चिराग ने  भाजपा को सावधान करते हुए कहा कि जिस तरह की बयानबाजी दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान  की गई थी, वैसी बयानबाजी से बिहार चुनाव के दौरान बचना होगा। चिराग पासवान ने कहा, भाजपा नेताओं के तरफ से दिए जाने वाले नफरत भरे बयान सहयोगियों को असहज कर सकते हैं।
दिल्ली में आप की जीत पर लोजपा अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘जिस प्रकार लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी जी को वोट मिले थे उसी प्रकार अरविंद केजरीवाल जी को उनके काम के आधार पर लोगों की दुआ मिली है। ढेर सारी शुभकामनाएं।’