तमिलनाडु में पटाखा फैक्ट्री में आग से अब तक 11 की मौत, मोदी, राहुल ने दुःख जताया

तमिलनाडु के विरुधुनगर में पटाखे की फैक्ट्री में शुक्रवार को लगी आग में जान गंवाने वालों की संख्या 11 हो गई है।  इस घटना में 36 लोग घायल हुए हैं जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई गयी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना पर गहरा दुःख जताया है। उधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हादसे पर गहरा दुःख जताते हुए तमिलनाड में आग हादसे को लेकर राज्य सरकार से तत्काल मदद की अपील की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसा दोपहर करीब पोन 2 बजे हुआ। आग भड़काने के बाद कई धमाके हुए जिससे बचाव टीमों को घटनास्थल के पास पहुँचना मुश्किल हुआ।  दमकलकर्मी सत्तुर, शिवकाशी और वेम्बकोट्टई में दमकल केंद्रों से आग की लपटों को दूर करने के लिए मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक कम से कम चार पटाखा बनाने वाले शेड नष्ट हो गए।
जानाकरी के मुताबिक विरुधुनगर स्थित इस फैक्ट्री में अचानक विस्फोट हुआ।  विस्फोट के बाद आग लगी और जब तक कि कोई कुछ सोचता आग फैल चुकी थी।  घटना की जानकारी मिलते ही मौके फायर टेंडर पहुंच गए। दमकल की आधा दर्जन से ज्यादा गाड़ियां आग बुझाने में जुट गईं। पटाखा फैक्ट्री के अंदर बार-बार विस्फोट  होने की खबर है।
उधर मुख्यमंत्री की तरफ से सभी मृतकों के परिवारों 3-3 लाख रुपये की अनुग्रह राशि जबकि गंभीर रूप से घायलों को एक-एक लाख रुपये देने का ऐलान किया गया है। घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट में कहा – ‘तमिलनाडु के विरुधुनगर में पटाखा फैक्ट्री में आग की घटना दुखद है। इस दुख की घड़ी में मेरी सांत्वना शोकाकुल परिवारों के साथ है। मैं आशा करता हूं घायल जल्द ठीक होंगे। प्रभावितों की मदद के लिए अथॉरिटीज की तरफ से काम किया रहा है।’
इस बीच प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से विरुधुनगर आग हादसे में मृतक परिवार वालों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही, जो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं उन्हें 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
उधर तमिलनाडु में आग हादसे को लेकर राहुल गांधी ने राज्य सरकार से तत्काल मदद की अपील की है। उन्होंने ट्वीट में कहा – ‘तमिलनाडु के विरुधुनगर में पटाखा पीड़ितों के परिवार के प्रति दिल से सांत्वना व्यक्त करता हूं। जो लोग अभी भी अंदर फंसे हुए हैं उसके बारे में सोचना हृदय विदारक है। मैं राज्य सरकार से यह अपील करता हूं कि वे फौरन बचाव, मदद और राहत मुहैया कराएं।’