ट्रैफिक नियमों की उड़ाई जाती है धज्जियां

हाल ही में ट्रैफिक नियमों में हुए बदलाव को लेकर तमाम उम्मीद की जा रही थी। कि अब दिल्ली में ट्रैफिक व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त होगी। लेकिन बस, कार, दोपहिया और साइकिल चालक सारे ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है। जिससे आने-जाने वालों लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग तो हर रोज समय से ऑफिस तक नहीं पहुंच पाते है।
ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस वालों के साथ-साथ दिल्ली पुलिस वाले सुबह 8 बजे से ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने लगते है। लेकिन जहां पर ट्रैफिक वाले नहीं मिलते है। वहां पर सारे वाहन चालक अपनी मनमर्जी से वाहन चलाने लगते है। जिसके कारण जाम  होता है। वैसे बस , कार ऑटो और दो पहिया वाहनों के लिये अलग-अलग रोड लाईन बनी हुई है।
ट्रैफिक नियमों का सही तरीके से पालन न हो पाने की वजह तो एक ये है कि हमारी सड़को का  मूलभूत ढांचा सही नहीं है। जिसके कारण वाहनों के आवागमन का सिस्टम कही न कही शिथिल पड़ जाता है। जो जाम का कारण बनता है। ऐसे भी पहले कई बार प्रयोग हुये है। लेकिन मूलभूत सुविधाओं के अभाव में सारा ट्रैफिक सिस्टम बिगड़ जाता है।
ट्रैफिक पुलिस वालों का कहना है कि सड़कों का चौड़ीकरण होना चाहिये साथ चालान के नियमों का कड़ाई से पालन होना चाहिये। उन्होंने कहा कि कई बार बीच सड़क पर बस या कार के बंद या खराब हो जाने से भी ट्रैफिक जाम लगता है।