जेएनयू में गुंडों के हमले के बाद देश भर के शिक्षण संस्थानों में विरोध प्रदर्शन

देश की राजधानी दिल्ली में रविवार देर शाम नकाबपोश गुंडों ने प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में घुसकर जिस तरह की गुंडई की उससे देशभर के छात्रों में उबाल है। यूपी, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल से लेकर केरल तक में इस हमले के खिलाफ छात्र लामबंद हो रहे हैं। रविवार देर रार एक ओर जहां दिल्ली में युवाओं ने दिल्ली पुलिस का मुख्यालय घेरा, वहीं मुम्बई के गेटवे ऑफ इंडिया पर कई संस्थानों के छात्र इकट्ठा होने शुरू हो गए थे। इस दौरान, एबीवीपी के खिलाफ नारे लगाए और मांग की कि केंद्र सरकार हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। वहीं, अब दिल्ली पुलिस की नींद टूटी है, और मामले में केस दर्ज कर रही है।
कैंपस में घुसकर नकाबपोश ने हमला किया। इसमें 30 से ज़्यादा स्टूडेंट्स और प्रोफेसरों के चोट भी आई हैं। घायलों में जेएनयू छात्र आंगन की ध्यक्ष आइशी घोष और प्रोफेसर व वैज्ञानिक सुचरिता सेन भी शामिल हैं। प्रोफेसर समेत 23 गंभीर घायलों को एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। इस गुंडई के खिलाफ देश विदेश के स्टूडेंट्स जेएनयू के छात्रों के समर्थन में आ गए हैं। देशभर के अलग अलग विश्वविद्यालयों में सोमवार को विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।  मुम्बई में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर निशाना साधा, हमले के पीछे आरएसएस से जुड़े छात्रसंघ पर हमले का आरोप लगाया।
ऑक्सफोर्ड में भी जुटे स्टूडेंट्स
इंग्लैंड के प्रतिष्ठित ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के छात्र भी प्रदर्शनकारी जेएनयू  छात्रों पर हमले के विरोध के विरोध में एकजुट हो गए।  हमला करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिए जाने की मांग की गई।