जब मोदी को अपशब्द वाले नारे पर बच्चों को डांट दिया प्रियंका गांधी ने

उत्तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और बच्चों के एक समूह का वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी चर्चा में आ गया है। इसमें वे ”चौकीदार चोर है” के नारे लगते बच्चों के साथ खड़ी दिखती हैं हालांकि, जब बच्चों के नारों की भाषा पीएम को लेकर अभद्र होती है तो वो उन्हें डांट देती हैं। अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव में दोबारा किस्मत आजमा रहीं स्मृति ईरानी ने भी इस वीडियो को शेयर  किया है लेकिन प्रियंका की आलोचना करते हुए सिर्फ पहले हिस्से को।
अब जबकि इस वीडियो का पूरा हिंसा सामने आया है तो सोशल मीडिया पर लोग प्रियंका गांधी की बच्चो को मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा इस्तेमाल करने पर रोकने के लिए तारीफ़ कर रहे हैं। वीडियो में ”चौकीदार चोर है” के बीच बच्चे अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अभद्र भाषा (गाली) का इस्तेमाल करते हैं तो प्रियंका गांधी चौंक जाती हैं। इसके बाद उन्होंने बच्चों को रोका और कहा – ”ये वाला नहीं, अच्छा नहीं लगेगा। अच्छे बच्चे बनो।” इसके बाद बच्चे ”राहुल गांधी जिन्दावाद” के  नारे शुरू कर देते हैं।
कांग्रेस महासचिव भाई और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की संसदीय सीट अमेठी में मंगलवार को प्रचार कर रही थीं जब बच्चों के एक समूह से उनका सामना हो गया।  ये स्कूली बच्चे लगा रहे थे, जो ”चौकीदार चोर है, चौकीदार चोर है” के नारे लगा रहे थे। बच्चों ने जब तक पीएम मोदी के लिए अपशब्द नहीं कहे, तब तक प्रियंका गांधी उनकी तरफ देखकर मुस्कुरा रही थीं। लेकिन अचानक वो मुंह पर हाथ रखे अवाक दिखती हैं। बच्चों ने पीएम मोदी के लिए कुछ अपशब्द कहना शुरू कर दिया। इस पर प्रियंका ने तुरंत पीछे हटकर बच्चों को रोका और कहा- ”ये वाला नहीं, अच्छा नहीं लगेगा। अच्छे बच्चे बनो।”
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी वीडियो के एक हिस्से को शेयर करते हुए लिखा –  ”सोचिए एक प्रधानमंत्री को कितना कुछ सहना पड़ता है। क्या इससे लुटियंस वालों में गुस्सा दिखाई दिया?” स्मृति ईरानी ने जो वीडियो शेयर किया है, वह ”एडिट” किया हुआ है। इस वीडियो में उस हिस्से को हटा दिया गया, जिसमें प्रियंका मोदी को अपशब्द बोलने पर बच्चो को रोकती और डांटती हैं।
आम आदमी पार्टी की नेता अलका लांबा ने भी वीडियो पोस्ट करते हुए कहा – ”मुझे उसकी प्रतिक्रिया पसंद आई। और अच्छा है, उन्होंने बच्चों को सही समय पर रोका।”