जनरल रावत को ‘गॉर्ड ऑफ ऑनर’, आज होंगे रिटायर

कल देश के पहले सीडीएस के रूप में ग्रहण करेंगे पद

जनरल बिपिन रावत आज थल सेनाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सरकार ने पिछले कल ही उनकी देश के पहले सीडीएस के रूप में नियुक्ति का ऐलान किया था। उनकी जगह मनोज नरवणे  सेनाध्यक्ष होंगे जिन्होंने आज अपना पद ग्रहण करलिया। रावत बुधवार को देश के पहले सीडीएस पद ग्रहण करेंगे।

रावत को आज साउथ ब्लॉक में ”गॉर्ड ऑफ ऑनर” दिया गया। थल सेना के प्रमुख के तौर आज वह रिटायर हो रहे हैं। गॉर्ड ऑफ ऑनर के बाद उन्होंने  पत्रकारों से बातचीत में कहा – ”जो सैनिक इस ठंड में देश की सेवा कर रहे हैं, मैं उन्हें बधाई देना चाहता हूं। मैं उनके परिवार को भी बधाई देना चाहता हूं जो उन्हें सेवा करने के लिए प्रेरित करते हैं। मैं सभी को नए साल की शुभकामना देना चाहता हूं।”

उन्होंने इस मौके पर  सेनाध्यक्ष मनोज नरवणे को भी बधाई दी। रावत ने कहा – ”सभी की मदद से मैंने अपने कार्य को पूरा किया। मैं आपको ये कहना चाहता हूं कि सीडीएस बस एक ओहदा है। अकेला काम नहीं कर सकता है, टीम वर्क ही सफलता दिलाती है।”

उन्होंने कहा कि बिपिन रावत सिर्फ एक नाम, इंडियन आर्मी सिर्फ एक टीम है।  अकेला आदमी कोई काम नहीं कर सकता है। ”लेकिन ये कह देना कि मैं चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ रहते हुए जो कार्रवाई कर रहा था वो सीडीएस के लिए नहीं थी, वो चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के तौर पर थी। अब अगर मुझे कोई नई जिम्मेदारी मिल रही है तो उसकी रणनीति के बारे में सोचूंगा।”

सरकार की घोषणा के मुताबिक जनरल रावत अब रक्षा मंत्रालय के प्रधान सैन्य सलाहकार और सैन्य मामलों के नए विभाग के प्रमुख होंगे। सीडीएस के रूप में वह ६५ वर्ष की आयु यानी ३१ मार्च, २०२३ तक इस पद पर बने रहेंगे। हालांकि, सरकार जरूरत के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा भी सकती है।