जंतर-मंतर में धरने पर बैठे पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह

केंद्र सरकार और गैर भाजपा राज्यों में बढ़ती दूरी की ख़बरों के बीच किसानों के मुद्दों पर पंजाब और केंद्र सरकार के बीच जबरदस्त तनातनी बन गयी है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को अपने विधायकों और मंत्रियों के साथ दिल्ली में धरना दिया। पंजाब सीएम कार्यालय ने 21 अक्टूबर को राष्ट्रपति भवन को पत्र भेजकर मुलाकात का समय मांगा था, लेकिन 29 अक्टूबर को ज्ञापन के जवाब में सीएमओ के बैठक के आग्रह को रद्द कर दिया।

अमरिंदर सिंह और अन्य को पहले राजघाट पर धरना देना था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उनसे राजघाट पर धरना नहीं देने का अनुरोध किया। सीएम अमरिंदर ने इसे स्वीकार करते हुए जंतर मंतर पर धरना देने का फैसला किया। पंजाब से दिल्ली पहुंचते ही अमरिंदर और अन्य नेता पहले राजघाट गए। वहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद जंतर-मंतर पर पहुंचकर धरना दिया।

रेल मंत्रालय ने पंजाब में मालगाड़ियों की आवाजाही पर 7 नवंबर तक रोक लगा दी है जिससे पंजाब में ‘ब्लैक आउट’ का खतरा बढ़ गया है। ऐसा हुआ तो बिजली का संकट बढ़ सकता है, क्योंकि कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है। केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है कि पंजाब सरकार रेलवे ट्रैक और मालगाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है तो मालगाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री अमरिंदर ने केंद्र से प्रदेश में बढ़ते संकट की ओर ध्यान देने की अपील की थी लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। पंजाब सीएम कार्यालय ने 21 अक्टूबर को राष्ट्रपति भवन को पत्र भेजकर बैठक के लिए समय मांगा, हालांकि, 29 अक्टूबर को ज्ञापन के जवाब में सीएमओ के बैठक के आग्रह को इस आधार पर रद्द कर दिया गया कि प्रांतीय संशोधन बिल अभी राज्यपाल के पास लंबित पड़े हैं।

अमरिंदर सिंह इससे बहुत खफा हैं। प्रदेश के दो मंत्रियों ने भी रेलवे और वित्त मंत्रालयों से मालगाड़ियों के निलंबन और जीएसटी बकाया की अदायगी न होने के मामले में चर्चा को समय मांगा था, लेकिन उन्हें भी मंत्रियों ने समय नहीं दिया। जाहिर है इससे केंद्र और पंजाब के बीच तनातनी बढ़ी है। अन्य गैर भाजपा राज्य भी केंद्र से भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं।

सीएम अमरिंदर सिंह का ट्वीट –

Capt.Amarinder Singh

@capt_amarinder

At Raj Ghat to pay homage to the Father of the Nation. His ideal of persistent struggle in the face of opposition is our guiding light. We will fight to uphold Punjab’s right to dignity and respect. #KhetiBachao