केसीआर दूसरी बार बने सीएम

तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की लगातार दूसरी बार शपथ ली।  उनकी पार्टी पार्टी टीआरएस लगातार दूसरी बार बड़े बहुमत के साथ सत्ता में आई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राव ने अकेले ही शपथ ली और उन्होंने मंत्रिमंडल का गठन अभी नहीं किया है। टीआरएस के नवनिर्वाचित विधायकों ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय ”तेलंगाना भवन” में एक बैठक करके केसीआर को दुबारा  अपना नेता चुना था।
केसीआर अपने मंत्रिमंडल का गठन कुछ दिन में कर सकते हैं कर सकते हैं। उन्होंने इससे पहले नई सरकार के गठन और शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेज दिया था। टीआरएस प्रमुख ने कहा कि वह अपने मंत्रिमंडल में सभी वर्गो को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश करेंगे। राज्य विधानसभा की संख्या के मुताबिक अधिकतम १८ मंत्री ही बनाये जा सकते हैं।
इससे पहले टीआरएस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कीतेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की लगातार दूसरी बार शपथ ली। उनकी पार्टी पार्टी टीआरएस लगातार दूसरी बार बड़े बहुमत के साथ सत्ता में आई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राव ने अकेले ही शपथ ली और उन्होंने मंत्रिमंडल का गठन अभी नहीं किया है। टीआरएस के नवनिर्वाचित विधायकों ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय ”तेलंगाना भवन” में एक बैठक करके केसीआर को दुबारा अपना नेता चुना था।
केसीआर अपने मंत्रिमंडल का गठन कुछ दिन में कर सकते हैं कर सकते हैं। उन्होंने इससे पहले नई सरकार के गठन और शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेज दिया था। टीआरएस प्रमुख ने कहा कि वह अपने मंत्रिमंडल में सभी वर्गो को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश करेंगे। राज्य विधानसभा की संख्या के मुताबिक अधिकतम १८ मंत्री ही बनाये जा सकते हैं।
इससे पहले टीआरएस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की और टीआरएस विधायक दल की बैठक में केसीआर को सर्वसम्मति से दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव उन्हें सौंपा था। तेलंगाना के चुनाव में ११९ सदस्यीय विधानसभा के लिए टीआरएस को ८८ सीटें मिली हैं। कांग्रेस उससे बहुत पीछे रह गयी जबकि भाजपा एक जीत पाई। ओबैसी की सीटें जीतें हैं। और टीआरएस विधायक दल की बैठक में केसीआर को सर्वसम्मति से दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव उन्हें सौंपा था। तेलंगाना के चुनाव में ११९ सदस्यीय विधानसभा के लिए टीआरएस को ८८ सीटें मिली हैं। कांग्रेस उससे बहुत पीछे रह गयी जबकि भाजपा एक जीत पाई। ओबैसी की  सीटें जीतें हैं।