किस्से सितारों के

फिल्मी परदा हो या छोटा परदा, यह दुनिया हमें अनायास ही अपनी ओर खींच लेती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दुनिया में हर फिल्मी सितारे और दूसरे कलाकारों की ज़िन्दगी हमारे-आपके जैसी ही होती है, जिसमें जीवन की ऐसी तमाम परेशानियाँ भी हैं। जब हम इनकी निजी ज़िन्दगी में झांकते हैं, तो वही सब कुछ नज़र आता है, जिसे हम भी जीते हैं। कुछ सितारों के मन और जीवन की बातें और उनके किस्सों के बारे में बता रहे हैं असीम चक्रवर्ती :-

रेमो से क्यों खफा हैं वरुण?

कोरियोगाफर और डायरेक्टर रेमो डिसूजा इन दिनों थोड़े तनाव में चल रहे हैं। उनकी नयी फिल्म स्ट्रीट डांसर-3 डी को दर्शकों ने एक दिन भी थियेटर में टिकने नहीं दिया। ज़ाहिर है इसके बाद से ही उनके घटिया निर्देशन पर ढेरों सवाल उठाये जा रहे हैं। फिल्म के हीरो वरुण धवन ने तो एकदम उनके मुँह पर यह बात कह दी है। वरुण के बारे में अब यह कहा जा रहा है कि उन्होंने इसकी स्क्रिप्ट पढ़ते ही इस पर अपना असन्तोष व्यक्त किया था। सिर्फ वरुण ही नहीं, इस फिल्म की यूनिट के कई लोगों का तो यहां तक कहना है कि इतनी सडै़ली स्क्रिप्ट पर भला कोई फिल्म बनाता है! तब रेमो ने वरुण के सुझावों पर कोई ज़्यादा ध्यान नहीं था, पर अब रेमो खुले तौर मान रहे हैं कि वरुण के सुझाव काफी ताॢकक थे। पर इसके बाद भी वह वरुण को मना नहीं पा रहे हैं। उनका गुस्सा है कि शान्त नहीं हो पा रहा है। उन्होंने तो यहाँ तक कह डाला है कि वह रेमो के साथ आगे हरगिज़ काम नहीं करेंगे। वैसे रेमो के इस निर्णय के पीछे उनके पिता और बॉक्स आफिस के चतुर खिलाड़ी डेविड धवन का हाथ बताया जा रहा है। वह इस बात को अच्छी तरह से समझ गये हैं कि वरुण को पटा कर रेमो सिर्फ अपनी फिल्मी नैया पार लगाना चाहते हैं।

असल में बतौर निर्देशक एबीसीडी के बाद से ही रेमो पिट रहे हैं। इसके बाद एबीसीडी-2, फ्लाइंग जट, रेस-3 जैसी फिल्मों ने उन्हें बहुत पीछे कर दिया है। जहाँ तक वरुण का सवाल है, एबीसीडी-2 और स्ट्रीट डांसर की विफलता के बाद पिता की सलाह उन्हें बहुत सटीक लगी है। उनके करीबियों ने उन्हें यह सलाह दी है कि उन्हें लगातार फ्लाप फिल्में स्टारडम की दौड़ में पीछे कर सकते हैं। दूसरी ओर रेस-2 की विफलता ने यह साबित कर दिया था कि रेमो के पास सलमान, अनिल कपूर, वरुण धवन जैसे सितारों को सँभालना की ज़रा भी योग्यता नहीं है। यही वजह है कि वरुण ही नहीं, सलमान, टाइगर जैसे सितारे उनके काम करने से बिदकने लगे हैं। सलमान तो उनसे मिलना भी नहीं चाहते हैं। यही वजह है कि इन दिनों अपनी अगली फिल्म डांसिंग डैड की कास्टिंग करना उनके लिए मुश्किल हो रहा है। ऐसे में वरुण का उनसे यों रूठना उनके लिए परेशानी का नया सबक बन सकता है।

दिशाहीन दिशा

अभिनेत्री दिशा पाटनी की नयी फिल्म मलंग भी दर्शकों को कुछ ज़्यादा प्रभावित नहीं कर पायी। पर हमेशा की तरह इसमें भी उनके बोल्ड लुक की खूब तारीफ हो रही है। वैसे इन दिनों दिशा अपने निजी सम्बन्धों को लेकर भी काफी बोल्ड हुई हैं। पर आलोचक मानते हैं कि इन सब वजहों से दिशा करियर के मामले में काफी दिशाहीन हो गयी हैं। जहाँ तक उनके निजी रिश्तों का सवाल है, सभी जानते हैं दिशा और टाइगर प्रेमी-प्रेमिका के तौर पर मशहूर हैं। पर किसी भी हाल में दोनों इस विषय पर मुँह नहीं खोलना चाहते हैं। इसी बीच यह खबर आयी थी कि फिल्म मलंग की शूटिंग के दौरान अभिनेता आदित्य राय कपूर के व्यक्तित्व ने उनका मन मोह लिया है। इस खबर को एक झटके में खारिज किया जा सकता था, पर हुआ यूँ कि एक खास मौके पर टाइगर का नाम आने पर दिशा ने मुँह बिचका कर जवाब दे दिया। मीडिया ने उनसे टाइगर श्राफ के साथ उनके रिश्तों को लेकर सवाल पूछा था। इस पर दिशा ने थोड़ मुँह बनाकर कहा- ‘ कैसा रिश्ता..’ उनकी भाव-भंगिमा ऐसी थी, मानो यह कहना चाहती हो, कौन टाइगर…? उनसे मेरा क्या नाता…? दूसरी और आदित्य के बारे में पूछे गये सवाल पर वह गद्गद हो उठती हैं। अति घनिष्ठ होकर उसके साथ तस्वीरें भी खिंचवा रही हैं। वैसे इसमें टाइगर का कोई दोष नहीं दिखता। टाइगर ने तो कभी भी इस रिश्ते को कुबूल नहीं किया है। चलो अब दिशा-आदित्य के रिश्ते को ही कुबूल कर लेते हैं, जिसे अपने ताज़ातरीन बातचीत में खुद दिशा ने भी कुबूल किया है।

डिप्रेस हो गये हैं ईशान

अब यह बात किसी से छिपी नहीं है, बड़े भाई शाहिद कपूर की तुलना में भाई ईशान खट्टर ज़रा भी अपना दमखम नहीं दिखा पा रहे हैं। अपनी पिछली दोनों फिल्मों में उन्हें बहुत पिटा हुआ बताया गया। अब इस साल के मध्य तक उनकी दो फिल्में खाली-पीली और सूटेबल बॉय रिलीज होगी। ज़ाहिर है उम्मीदें अब भी बाकी है। मगर फिर भी ईशान इन दिनों ड्रिप्रेशन में हैं। वजह, उनकी प्रिय दोस्त जाह्नवी कपूर उन्हें कुछ ज़्यादा तवज्जो नहीं दे रही हैं। लिहाज़ा उनका मन बेहद बेचैन है। ऐसे में वह कभी अपने जिम का, तो कभी अपने डांस क्लास का समय बदल रहे हैं। यही नहीं, उन्होंने अपने एक पूर्व दोस्त अक्षत रंजन के साथ काफी घनिष्ठ तस्वीरें भी सोशल मीडिया में शेयर की हैं। असल में ईशान स्वभाव से बहुत अस्थिर हो उठे हैं। जाह्नवी से लगातार मिलने की कोशिश कर रहे हैं। किसी तरह से प्लान बनाकर एक ही पार्टी में जाने की कोशिश कर रहे हैं। क्यों अचानक जाह्नवी ने उनसे मुँह फेर लिया है? इस बारे में ज़्यादा कुछ पता नहीं चल रहा है। कोई बता रहा है कि दोनों का रिश्ता बहुत एकतरफा हो गया था। दूसरी खबर है कि अभिनेत्री अनन्या पांडे के साथ ईशान की दोस्ती जाह्नवी को कुछ ज़्यादा पसन्द नहीं थी। गौरतलब है कि ईशान और अनन्या इन दिनों फिल्म खाली-पीली में एक साथ काम कर रहे हैं। इस दौरान दोनों की बढ़ती आत्मीयता को देखते हुए जाह्नवी काफी शीतल हो गयी हैं। न जाने ये मिलेनियल स्टार किड किस तरह का लव गेम खेलते हैं। फिलहाल तो इस लव गेम ने ईशान की नींद हराम कर दी है। पर इससे ईशान के डिस्प्रेस होने की बात समझ में नहीं आती है। इन सब बातों को कैसे सुलझाया जाता है, इसकी शिक्षा तो उन्हें अपने बड़े भाई शाहिद से लेना चाहिए।

सुखी लाला मुम्बई के होकर रह गये

कन्हैयालाल ज़्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे। सम्पन्न परिवार के कन्हैयालाल अभिनेता होने के साथ-साथ एक अच्छे कवि भी थे। नाटक लिखने का भी शौक था। चौथी कक्षा तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद पाठ्य पुस्तकों से उनका जो नाता टूटा, तो वह फिर कभी जुड़ नहीं पाया। लिहाज़ा अपने पुश्तैनी जनरल मर्चेंट की दुकान का थोड़ा बहुत काम सँभालना शुरू किया। इसमें मन नहीं रमा तो आटे की चक्की का काम अनिच्छा से सँभाल लिया। असल में बचपन से ही नाटकों के प्रति गहरे लगाव के चलते ही उनका मन किसी भी काम में नहीं लगता था। यह वह दौर था, जब अभिनय के करियर को बहुत सम्मानजनक दर्जा नहीं मिला हुआ था। लेकिन उनके बाल-हठ के आगे परिवार वालों को झुकना पड़ा और उन्हें आगाहश्र कश्मीरी के नाटक आंख के नशे में तबले वाले की अहम् भूमिका मिल गयी। उन्हें लगा जैसे उन्होंने बहुत बड़ कमाल कर दिया। बस वे नाटकों में अच्छे-खासे व्यस्त हो गये। नाटकों के मंचन के सिलसिले में उन्हें मुम्बई आना पड़ा और फिर वे पूरी तरह से मुम्बई के हो कर रह गये। यहाँ उन्होंने स्वयं का लिखा अपना नाटक 15 अगस्त के बाद का मंचन किया। इस नाटक की वजह से उन्हें जो तारीफ मिली, उसने उन्हें फिल्मों का रास्ता दिखा दिया। फिल्मों में उन्हें छोटी-मोटी भूमिकाएँ मिलने लगीं। पहली बार फिल्म औरत में निभाये गये अपने रोल की वजह से उन्होंने अपने इर्द-गिर्द प्रशंसकों की भीड इकट्ठी कर ली।

मौके नहीं गँवाना चाहते विकी

दिग्गज स्टंट डायरेक्टर श्याम कौशल के बेटे अभिनेता विकी कौशल इन दिनों फिल्मी चर्चा के ध्रुवतारे हैं। वह खुद भी मानते हैं कि मीडिया इन दिनों उनकी हर बात को नोटिस कर रहा है। इधर नयी फिल्म- ‘भूत पार्ट-वन : द हांटेड शिप’ के प्रमोशन में मशगूल विकी के मुताबिक, एक वक्त में एक से ज़्यादा फिल्मों में व्यस्त रहने से कई बातें थोड़ी बिगड़ जाती हैं। वह कहते हैं- ‘इस समय मैं पूरी तरह से अपनी नयी फिल्म भूत को लेकर क्रेजी हूँ। यह एक हॉरर फिल्म है। हॉरर फिल्म का मुख्य आकर्ज़ण उसका रहस्य होता है। मुझे लगता है इस फिल्म के राइटर-डायरेक्टर भानुप्रताप सिंह ने बहुत अच्छी तरह से सँभाला। वह नये हैं, पर उनके काम करने के तरीके से मैं बहुत ज़्यादा खुश हूँ। वैसे भी मैं शुरू से ही बिल्कुल अलग-थलग फिल्मों में काम करना चाहता हूँ। इसके बाद की मेरी अगली फिल्मों से भी आपको इसका पता चल जाएगा।’

उनकी इस बात की सच्चाई पर कोई प्रश्नचिह्न नहीं। भूत के बाद वह अपनी अगली फिल्म सरदार उधम सिंह की बाकी की शूटिंग तेज़ी से पूरी करेंगे। यह फिल्म सम्भवत: 2 अक्टूबर को रिलीज़ होगी। इसके बाद करण जौहर की तख्त और फिर मेघना गुलज़ार की मानेक शाह के फ्लोर पर जाने की बारी है। विकी बताते हैं- ‘मैं किसी भी फिल्म के विषय और अपने िकरदार को लेकर ज़्यादा चिन्तित रहता हूँ। यही वजह थी कि उरी के ठीक बाद मैंने सुजीत सरकार की फिल्म सरदार उधम सिंह को झट से साइन कर लिया था। मौका था, तो इसके कुछ महत्त्वपूर्ण दृश्यों की शूटिंग भी मैंने कर डाली। मैं बहुत सोच-समझकर अपने डायरेक्टर का चयन कर रहा हूँ, जिसमें सुजीत दा जैसे वरिष्ठ और अनुभवी निर्देशकों के साथ भूत के भानुप्रताप जैसे नये निर्देशक भी शामिल हैं। तख्त में करण जौहर के साथ काम करने को भी मैं अहम मानता हूँ।’

इसके साथ ही वह अपने महिला मित्रों की वजह से भी खूब चर्चा में हैं। इन दिनों कैटरीना कैफ के साथ उनकी आत्मीयता को खूब हाइप किया जा रहा है। कई मौकों पर उन्हें साथ देखा जा रहा है। सलमान खान के प्रशंसकों को यह बात थोड़ी नागवार गुज़र रही है। ज़ाहिर है विकी ऐसे किसी सवाल का जवाब देने से बचते हैं। उनका वक्तव्य होता है- ‘मैंने कभी इस बात से इन्कार नहीं किया कि कैट मेरी अच्छी दोस्त हैं। पर मीडिया है कि हमारी दोस्ती को अपने ढंग से पेश कर रहा है। मैं कहाँ तक अपनी सफाई दूँ। वैसे भी इस समय मेरा सारा ध्यान अपनी फिल्मों पर है। मुझे बहुत अच्छे मौके मिल रहे हैं। मैं उन्हें हरगिज़ मिस नहीं करना चाहता हूँ।’