कांग्रेस का चुनाव में दम -खम से न लडना भाजपा का हार का कारण बना

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप पार्टी को जिताने के लिये आप पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ- साथ जिस तरीके से पर्दे के पीछे कांग्रेस के युवा कार्यकर्ता काम कर रहे थे ।उससे ये बात तो चुनाव के पूर्व सामने आने लगी थी। कि कांग्रेस के ज्यादात्तर कार्यकर्ताओं को ये मैसेज था, कि कांग्रेस तो चुनाव मैदान से बाहर है। ऐसे में भाजपा को सत्ता को दूर करने के लिये क्यों ना आप पार्टी को जिताया जायें। चुनाव के दौरान कांग्रेस के सक्रिय नेताओं का कहना था ,कि कांग्रेस अगर चुनाव मैदान में दम खम से चुनाव लडेगी तो निश्चित तौर पर कांग्रेस सत्ता में तो आएगी नही बल्कि आप पार्टी को सत्ता से दूर कर देगी। ऐसे में क्यों ना भाजपा को सत्ता को दूर करने के लिये प्रयास किया जाये। जहां ही कांग्रेस पार्टी पूरे दम खम के साथ चुनाव लडी वहां निश्चित तौर पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ अशोक वालिया , बल्ली मारान से हारून युसुफ , और राजौरी गार्डन और गांधी नगर  अरविन्द सिंह लवली सहित अन्य सीटों पर कांग्रेस पार्टी के नेता अपने दम खम पर चुनाव लडी ।वहां पर भाजपा ने अच्छी खासी बढत ही हासिल नहीं की बल्कि जीत दर्ज की है। कांग्रेस के युवा नेता अर्जुन और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने तहलका संवाददाता को बताया कि जिस तरीेके से चुनाव के दौरान कांग्रेस आला कामान ने दो -चार रैलियां कर अपनी औपचारिेकता भर दर्ज की है। जिससे मतदाता ये समझ चुका था। कि कांग्रेस चुनाव लड नही रही है। ऐसे में कांग्रेस का सक्रिय मतदाता उदास ही नहीं दिखा बल्कि चुनाव मतदान से दूर रहा है। कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि  जिस तरीके से कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव लडा है उससे तो अब स्पष्ट हो गया है कि अगले दो साल बाद दिल्ली नगर निगम के चुनाव में कांगे्रस पार्टी को हार का सामना करना पड सकता है। कांग्रेस पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस बार के चुनाव से काफी हताश है । आने वाले दिनों कांग्रेस कई वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी  को अलविदा कर सकते है।सर्वविदित है कि कांग्रेस का मतदाता ही आप पार्टी में तब्दील हुआ था । क्योंकि आंदोलन से निकली आप पार्टी अब पूरी तरह से राजनीतिक पार्टी बन गई है। ऐसे में आप पार्टी के नेताओं ने कांगे्रस तक ये मैसेज पहुंचाने में सफल रहे है कि आप पार्टी को कांग्रेस पार्टी अघोषित रूप से अगर सहयोग करती है तो निश्चित तौर पर भाजपा को सत्ता से दूर किया जा सकता है।

आप पार्टी के नेता मनीष सिसौदिया  चुनाव के पूर्व और चुनाव के दौरान जिस तरीके से भाजपा पर हमला बोल रही थी और कांग्रेस को लेकर पूरी तरह से बेफ्रिक दिख रही थी कि कांग्रेस का चुनाव में लडना एक दिखवा है । चुनावी धुव्रीकरण में सीधा लाभ आप पार्टी को ही मिलना  है।