कर्नाटक, बिहार, जेके में कांग्रेस गठबंधन

कांग्रेस ने लोक सभा चुनाव की घोषणा के बाद तीन और राज्यों में अपने गठबंधन का आधार अंतिम रूप से पक्का कर लिया है। कर्नाटक में जेडीएस, जम्मू कश्मीर में नैशनल कांफ्रेंस और बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (और अन्य) के साथ समझौते लगभग अंतिम कर लिए हैं।
कर्नाटक के समझौते के मुताबिक कांग्रेस २० और जेडीएस ८ सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन ने लोकसभा चुनाव के लिए इस सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है। जेडीएस उत्तर कन्नड, चिकमगलूर, शिवमोगा, तुमकुर, हासन, मांडया, बेंगलुरु उत्तर और विजयपुर सीट से अपने उम्मीदवार उतारेगा। राहुल और जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा के बीच हाल में एक बैठक हुई थी जिसमें देवगौड़ा ने कांग्रेस से १० सीटें माँगी थीं लेकिन बाद में वे ८ सीटों के लिए मान गए।
जम्मू-कश्मीर पिछली सरकार में भी कांग्रेस और फारूक अब्दुल्ला/उमर अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन की सरकार थी। अब फिर दोनों ने मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है। लोक सभा उपचुनाव में भी कांग्रेस ने श्रीनगर में फ़ारूक़ को समर्थन दिया था। दोनों की दिल्ली में बैठक तय है जिसमें सीटों का अंतिम फैसला होगा।
सम्भावना है कि गठबंधन में कश्मीर की सीटों पर कांग्रेस एनसी जबकि एनसी जम्मू और लदाख की सीटों पर कांग्रेस को समर्थन दे सकती हैं। जम्मू में २, कश्मीर में ३ और लदाख में एक लोक सभा सीट है।
पिछली बार पीडीपी ने कश्मीर की सीटों पर बाजी मारी थी जबकि जम्मू में भाजपा ने मोदी लहार का फायदा उठाया था। इस बार ऐसा नहीं दीखता और माहौल बदला हुआ है। लद्दाख में भाजपा से २०१४ में जीते थुपस्टन छिवांग ने हाल ही में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। वे कांग्रेस में भी रहे हैं और सम्भावना है कि २०१९ का चुनाव कांग्रेस टिकट पर लड़ें।
बिहार में भी कांग्रेस और राज्य के कुछ विपक्षी दलों के बीच लोकसभा चुनाव समझौता लगभग हो गया है। सीटों के बंटवारे की औपचारिक घोषणा का इन्तजार  है। चर्चा है कि कांग्रेस के हिस्से ११ सीटें आ सकती हैं। गठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, रालोसपा, हम, लोकतांत्रिक जनता दल और विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं। चर्चा यह भी है कि वाम दल भी इस गठबंधन का हिस्सा हो सकते हैं क्योंकि कांग्रेस ऐसा चाहती है। बिहार में लोकसभा की ४० सीटें हैं।