उर्जित पटेल का इस्तीफा

आखिर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार को अपने पद छोड़ दिया है। मोदी सरकार के साथ उनकी कुछ गंभीर मुद्दों को लेकर लम्बे समय से खींचतान चल रही थी।
 उनके इस्तीफे से मोदी सरकार को झटका लगा है। विपक्ष, खासकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मोदी सरकार पर देश के संस्थानों में दखलंदाजी और उनकी स्वायत्ता पर हमला करने का आरोप लगाते रहे हैं। अब उर्जित के इस्तीफे से मोदी सरकार पर दोबारा सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
पिछले दिनों आरबीआइ की एक बैठक के बाद लगता था कि उर्जित शायद अपने पद से इस्तीफा न दें।  उस समय यह चर्चा जोरों पर थी कि  वे अपना पद छोड़ सकते हैं। उर्जित की तरफ से उससे पहले भी सरकार के आरबीआई की स्वयत्ता को लेकर सवालिया निशाँ लगाते रहे हैं।
सरकार के साथ लंबे समय से चल रही खींचतान के बाद अब आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने पद से इस्तीफा दे दिया है। पांच राज्यों के नतीजों से पहले पहले दिए गए उर्जित के इस फैसले से आरबीआई की स्वायत्ता पर असर पड़ सकता है। उन्होंने इसके पीछे ”व्यक्तिगत कारणों” को वजह बताया है।
पीएम मोदी ने उनके इस्तीफे के बाद कहा की उर्जित के यह छह साल ”बहुत शानदार” रहे हैं। विपक्ष ने उर्जित के इस्तीफे के बाद मोदी सरकार पर हमला शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि मोदी को सरकार नहीं चलानी आती। ”उनके ही नियुक्त किये लोग पद छोड़ रहे हैं तो कहीं न कहीं सवाल तो उठता ही है।”