आज़म खान की टिपण्णी पर लोक सभा में हंगामा

सदस्यों ने माफी की मांग की, कुछ ने कहा निलंबित हों

लोकसभा में गुरूवार को समाजवादी पार्टी के सदस्य आजम खान की अध्यक्ष ओम बिरला की अनुपस्थिति में सदन का संचालन कर रहीं वरिष्ठ सदस्य रमा देवी पर की टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को लोक सभा में जमकर हंगामा हुआ। विभिन्न दलों के सदस्यों ने इसपर सख्त ऐतराज जताते हुए आज़म खान के ब्यान का  जबकि कुछ ने उनके निलंबन की मांग की। कांग्रेस दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वे महिलाओं के अपमान का विरोध करते हैं और इस मामले को संसदीय कमिटी को भेजा जाए।

लोक सभा में भाजपा सहित कमोवेश सभी दलों के सदस्यों ने आजम खान के बयान का विरोध किया। आज़म के बयान पर खूब हंगामा हुआ। भाजपा सदस्यों स्मृति ईरानी और रविशंकर प्रसाद (दोनों मंत्री) ने आजम खान के निलंबन की मांग की।  टीएमसी सांसद मिमि चक्रवर्ती ने कहा कि पार्टियों से वैचारिक तौर पर मतभेद हो सकता है, लेकिन महिलाओं के सम्मान पर पूरे सदन करे एकजुट होना चाहिए।

मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि लगभग पूरे सदन ने बयान की निंदा की है। जो शब्द उन्होंने (आजम खान) ने कहे हम उन्हें दोहराना भी नहीं चाहेंगे। पूरे देश ने जो यहां हुआ, वह देखा। मैं हर उस सदस्य की आभारी हूं, जो इसके विरोध में खड़ा हुआ। यह सिर्फ महिला का अपमान नहीं बल्कि उस महिला का भी अपमान है, जो स्पीकर की भूमिका में है।

लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वह इस घटना का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन जिनके खिलाफ शिकायत है, उनका पक्ष भी सुना जाना चाहिए। बीजेपी सांसदों ने इस पर जबर्दस्त हंगामा किया। चौधरी ने कहा कि एथिक्स कमिटी इस पर विचार कर सकती है।

भाजपा सदस्य संघमित्रा मौर्या ने कहा कि कल जो सदन में हुआ है, हमारे की बीच के एक सांसद, जो पीठासीन अधिकारी के रूप में सदन में बैठी थीं, उन पर अशोभीय कॉमेंट किया गया। आजम खान को इसके लिए माफी मांगनी पड़ेगी। उन्होंने इस्तीफे के बात की है, हमें इस्तीफा नहीं, उनकी माफी चाहिए। उन्हें माफी मांगनी होगी।

तृणमलू कांग्रेस के नेता कल्याण बनर्जी ने कहा कि जो महिला का सम्मान नहीं जानता, वह देश की संस्कृति नहीं जानता है। जब लक्ष्मण जब राम के साथ वनवास में थे, तो उन्होंने कभी भी सीता जी का मुंह नहीं देखा। वह सीताजी के पांव देखते थे। जो बोला गया, वह अच्छा नहीं है। यह महिलाओं की भावनाओं को आहत करने वाला है। माता को देखा, बहन भी, जब लड़की पैदा हुई, तो अहसास हुआ कि बेटी क्या है। कोई बेटी, बहन को अपमान करेगा, तो मैं इसे सहन करने वाला आखिर इंसान होऊंगा।