आर्थिक मंदी की हकीकत से मुंह चुरा रही सरकार : प्रियंका

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को मोदी सरकार पर हकीकत से मुंह चुराने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जब देश में लाखों लोगों की  नौकरियां जा रही हैं, उनके पैसे पर बैंक कुंडली मारकर बैठे हैं ऐसे समय में सरकार को जनता के दुख की फिक्र नहीं और वे फिल्मों की कमाई कितनी हुई, यह गईं रहे हैं।
प्रियंका ने रविवार को एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने मोदी सरकार में मंत्री रवि शंकर प्रसाद के ब्यान पर टिप्पणी की है। प्रसाद ने अपने ब्यान में विपक्ष के देश आर्थिक मंडी के आरोप का यह कहकर मखौल उड़ाया था कि तीन फिल्मों ने एक दिन में १२५ करोड़ रुपये कमा लिए और कांग्रेस और विपक्ष आर्थिक मंडी का झूठा रोना रो रहा है।

प्रियंका गांधी ने ट्वीट में कहा – ”’ये दुख की बात है कि जब देश में लाखों लोग नौकरियां खो रहे हैं, उनके पैसे पर बैंक कुंडली मारकर बैठे हैं, सरकार को जनता के दुख की फिक्र नहीं है। उन्हें फिल्मों के मुनाफे की परवाह है। मंत्रीजी फिल्मी दुनिया से बाहर निकलिये। हकीकत से मुंह मत चुराइये।”

गौरतलब है कि एक दिन पहले ही कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंदी को लेकर यह अजीबोग़रीब तर्क दिया था। उन्होंने २ अक्टूबर को रिलीज़ हुई बॉलीवुड की तीन फ़िल्मों का नाम लेकर ज़िक्र करते हुए कहा था कि ”२ अक्टूबर को तीनों फ़िल्मों ने एक दिन में १२५ करोड़ रुपए कमाए हैं तो फिर आर्थिक सुस्ती कहां है?”

वैसे यहाँ यह जिक्र करना भी मुनासिब है कि कुछ दिन पहले ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भी कहा था कि भारत और ब्राजील में आर्थिक सुस्ती साफ तौर पर दिखाई दे रही है। यह अलग बात है कि अपने ब्यान में रविशंकर प्रसाद ने बेरोजगारी पर राष्‍ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) की उस रिपोर्ट को ही  गलत ठहरा दिया था जिसमें कहा गया था कि साल २०१७ में बेरोजगारी की दर पिछले ४५ साल में सबसे ज्यादा रही। प्रसाद के मुताबिक यह कुछ लोगों का सरकार को  योजनाबद्ध तरीके से बदनाम और जनता को गुमराह करने की कोशिश है।

प्रियंका गांधी का ट्वीट –
Priyanka Gandhi Vadra

@priyankagandhi
ये दुख की बात है कि जब देश में लाखों लोग नौकरियां खो रहे हैं, उनके पैसे पर बैंक कुंडली मारकर बैठे हैं, सरकार को जनता के दुख की फिक्र नहीं है। उन्हें फिल्मों के मुनाफे की परवाह है। मंत्री जी फिल्मी दुनिया से बाहर निकलिये। हकीकत से मुंह मत चुराइये।