अमृतसर रेल हादसे में ६० की मौत

पंजाब के अमृतसर में एक बड़े रेल हादसे में कम से कम ६० लोगों की मौत हो गयी है। जोड़ा फाटक के पास रावण का पुतला जलाते हुए मची भगदड़ के बाद लोग भागने लगे लेकिन इस बीच दोनों ट्रैक पर दोनों और से रेलगाड़ियां आ गईं। इससे पहले कि लोग कुछ समझते या जान बचने के लिए भागते, तेज गति की ट्रेनें उन्हें कुचल कर निकल गईं। यह सब पल भर में हो गया। हादसे की जांच के लिए कमेटी बना दी गयी है।

दोनों ट्रेनों से कुचल कर मरने वालों के संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मरने वाले १३० से १७० के बीच हैं। कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे को देखते हुए  मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपना इस्राईल दौरा रद्द कर दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हादसे पर गहरी संवेदना जताई है। राहुल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हादसा स्थल पर लोगों की मदद के लिए पहुँचाने को कहा है।

पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए ५-५ लाख रूपये के मुआवजे का एलान किया है।  मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल के मुताबिक पंजाब के मुख्यमंत्री ने ट्रेन हादसे में अधिकारियों को दिए निर्देश दिए हैं की घायलों की हर संभव मदद की जाये। अधिकारियों को अमृतसर पहुँचे के निर्देश भीगृह दिए गए हैं। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी भी अमृतसर जाएंगे।

टीवी रिपोर्ट्स में दिखाया गया है कि रेल की पटरी के पास रावण आदि के पुतले जलाये जा रहे थे तभी उनमें भरी आतिशबाजियां फटने लगीं। लोगों में भगदड़ मच गयी और वे आतिशबाजियों से बचने के लिए ट्रैक की तरफ भागे। इस बीच एक ट्रैक पर ट्रेन तेज जाती से वहां से गुजर गयी जिसमें लोगों की चीखें भी सुनाई दे रही हैं। इस बीच एक और ट्रेन दूसरे ट्रैक पर आ गयी और वह भी लोगों को कुचलते हुए निकल गयी।

इस रावण दहन के कार्यक्रम में पूर्व सीपीएस नवजोत कौर सिद्धू मुख्या अथिति थीं। हैरान की बात है की प्रशासन ने कैसे ट्रेन के ट्रैक के पास रावण के पुतले जलने की इजाजत दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक कई लोगों के शव बुरी तरह कट-फट गईं हैं। लोगों का आरोप है कि सिद्धू घटना के बीच ही कार में वहां से निकल गईं जिससे लोग गुस्से में दिखे।

मौके पर एम्बुलेंस  पहुँच गईं है और घायलों की जान बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। पहली ट्रेन पठानकोट से अमृतसर आ रही थी। डाक्टरों की छुट्टी कैंसल कर उन्हें अस्पतालों में रहने के लिए कहा गया है।

जानकारी के मुताबिक सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। हादसा अमृतसर में जोड़ा फाटक के नजदीक हुआ जहां रेलवे ट्रैक के किनारे रावण दहन का कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान वहां हजारों लोग वहा एकत्र हुए थे तभी पटाखों की आवाज आई तो लोग भागने लगे और उन्हें ट्रेन की आवाज नहीं सुनाई दी। इस दौरान आ रहीं ट्रेनों की चपेट में सैकड़ों लोग आ गए। लोग रेलवे ट्रैक पर रावण का पुतला दहन कर रहे थे। मरने वालों में बच्चे भी शामिल हैं।