अनलॉक का पहला दिन : मंदिर-मस्जिद-गुरूद्वारे खुले

लंबे लॉक डाउन के बाद अनलॉक का पहला दिन धार्मिक स्थलों में रौनक का रहा। आपसी दूरी का पालन करते हुए श्रद्धालु मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे पहुंचे। उधर लॉकडाउन के बावजूद देश में कोविड-१९ के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। उधर लॉक डाउन हटने से पहले ही देश में पेट्रोल-डीज़ल महंगा हो गया है। दिल्ली के आर्चडियोसीज बिशप अनिल कोउतो ने कहा है कि रोमन कैथलिक चर्च के तहत आने वाले गिरजाघर सोमवार से तत्काल नहीं खुलेंगे।

देश में कंटेनमेंट ज़ोन को छोड़ सभी जगह शॉपिंग मॉल, धार्मिक स्थल, होटल और रेस्तरां फिर से खुल गए हैं। नये नियमों के तहत प्रवेश के लिए टोकन प्रणाली जैसी व्यवस्थाएं की गयी हैं और मंदिरों में प्रसाद वितरित नहीं किया जा रहा है। इस बीच  लॉक डाउन हटने से पहले ही देश में पेट्रोल-डीज़ल महंगा हो गया है।

अनलॉक की घोषणा के बाद फ़िल्मों की शूटिंग शुरू करने को भी हरी झंडी मिल चुकी है। तमाम चीजें २५ मार्च को लॉकडाउन की घोषणा होते ही बंद हो गयी थीं। अनलॉक के फेज़ एक के लिए राज्यों ने अपनी गाइडलाइंस जारी की हैं। सरकार ने ५  जून को धार्मिक स्थलों, होटल्स और मॉल्स के लिए यह गाइडलाइंस जारी की थीं।

इस बीच राजधानी दिल्‍ली के सभी बॉर्डर सोमवार से खोल दिए गए हैं। सुबह से दिल्‍ली से लगे गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद, आदि से वाहनों की आवाजाही- बेरोक-टोक शुरू हो गई है। निषिद्ध क्षेत्र से बाहर चरणबद्ध रूप से दी जाने वाली छूट आज से शुरू हो गई है।

दिल्‍ली में सुबह से ही झंडेवालां इलाके में स्थित मंदिर में श्रद्धालु पहुंचने शुरू हो गए और नियमों का पालन करते हुए दर्शन किए। शीश महल गुरुद्वारा साहिब भी आज से खुल गया है और वहां सेनेटाइजेशन से लेकर तमाम इंतजाम किये गए हैं। जामा मस्जिद भी खोल दी गई है और तमाम श्रद्धालुओं से कहा गया है कि आपसी दूरी के नियमों का पालन करें।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की थी शहर की सीमाएं सोमवार से फिर खुल जाएंगी। मॉल, रेस्तरां और धार्मिक स्थल खुलेंगे लेकिन होटल और बैंक्वेट हॉल बंद रहेंगे, क्योंकि आने वाले समय में उन्हें अस्पतालों में तब्दील करना पड़ सकता है।

दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने रविवार को कहा कि ऐतिहासिक मस्जिद में सुरक्षा के सभी कदम उठाए गए हैं। वैसे उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार को कोविड-१९ के बढ़ते मामलों के मद्देनजर धार्मिक स्थलों को खोलने पर पुनर्विचार करना चाहिए। बुखारी ने कहा कि लोगों से कहा गया है कि वे मस्जिद में नमाज के लिए आने से पहले अपने घर में ही वजू करें। मस्जिद में वजू के काम आनी वाली हौज खाली कर दी गई है और नमाज के लिए इस्तेमाल होने वाली दरियां हटा दी गई हैं। लोगों को घरों से चटाई लेकर आने को कहा गया है।

उधर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सीसगंज, रकाबगंज और बंगला साहिब गुरद्वारों में भी संक्रमणमुक्ति सुरंग स्थापित की गई हैं। समूचे परिसरों को नियमित तौर पर संक्रमणमुक्त किया गया है।  श्रीगुरु ग्रंथ साहिब को नमन करने के स्थल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। एक-दूसरे के शरीर से दूरी सुनिश्चित करने के लिए प्रवेश और निकास बिंदुओं की संख्या बढ़ा दी गई है। आने वालों को सर ढंकने के लिए पटका नहीं दिया जाएगा, यह उन्हें अपना लाना होगा। पैरों को साफ करने के लिए संक्रमणमुक्त पानी का इस्तेमाल किया जाएगा।