स्कॉटलैंड के खिलाफ शुक्रवार शाम विराट की टीम ने धमाकेदार बल्लेबाजी कर सेमीफाइनल में फिलहाल नेट रन रेट के विकल्प के खतरे को तो खत्म कर ही दिया है। टीम इंडिया ने स्कॉटलैंड को महज 85 रनों पर समेटकर सिर्फ 6.3 ओवर में जीत दर्ज कर ली। इसके साथ ही नेट रन रेट के मामले में भारत ग्रुप में सबसे ऊपर पहुंच गया है, जो पहले लगभग असम्भव सा दिख रहा था।
पहले भारत को अपना नेट रन रेट + 1.000 करना था। वहीं स्कॉटलैंड के खिलाफ 86 रन के लक्ष्य को 11.2 में हासिल करना था। यह आसानी से हो गया। अगर न्यूजीलैंड को मात देनी थी, तो लक्ष्य 8.5 ओवरों में और अगर अफगानिस्तान को नेट रन रेट में मात देनी थी, तो ये टारगेट 7.1 ओवरों में हासिल करना था। टीम इंडिया ने सिर्फ 6.3 ओवरों में ये लक्ष्य हासिल कर सभी को पीछे छोड़ दिया।
हालांकि, अभी सबसे बड़ी बाधा है – अफगानिस्तान से बेहतर रन रेट हासिल करने के बावजूद अफगानिस्तान ही भारत की उम्मीद की सबसे बड़ी कुंजी है। शुक्रवार को नामीबिया के खिलाफ न्यूजीलैंड की जीत से भारत का सेमीफाइनल का संकट बना हुआ है।
भारत के अंतिम मैच में जीत से सिर्फ 6 प्वाइंट ही हो पाएंगे और न्यूजीलैंड ने अफगानिस्तान पर जीत हासिल कर ली तो उसके 8 प्वाइंट्स हो जाएंगे। क्रिकेट प्रेमी ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं कि बस अफगानिस्तान की टीम न्यूजीलैंड को हरा दे। यह नहीं हो पाया तो नेट रन रेट किसी काम का नहीं रह जाएगा। दुआ करिये कि अफगानिस्तान न्यूजीलैंड को हरा दे और हमारे खिलाड़ी उसके बाद मैचों में देश और विराट कोहली को तोहफा दे पाएं !