संसद से विपक्ष का वॉकआउट, 12 सांसदों के निलंबन का विरोध

संसद के दोनों सदनों में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन कांग्रेस सहित विपक्ष ने वॉक आउट किया। विपक्ष के सदस्य 12 सांसदों का निलंबन बहाल करने की मांग कर रहे थे लेकिन ऐसा न होने पर उन्होंने वॉक आउट किया। बाद में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधिरंजन चौधरी ने कहा कि सरकार विपक्ष को कुचल रही है और लोकतंत्र के इस सबसे बड़े मंदिर में नहीं सुनी जा रही।

विपक्ष के सदस्यों ने पहले लोकसभा से वॉक आउट किया और बाद में इसी मुद्दे पर राजसभा से भी वॉकआउट कर दिया। राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने कार्यवाही के दौरान सांसदों का निलंबन रद्द करने की कांग्रेस और विपक्ष की मांग खारिज कर दी। सभापति ने विपक्ष से कहा कि 12 सांसदों का निलंबन नियमों के तहत किया गया है लिहाजा विपक्ष के सदस्य आज या तो चर्चा करें या फिर सदन से वॉकआउट कर लें।

कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस और विपक्षी दलों ने राज्यसभा के सभापति से 12 सांसदों का निलंबन रद्द करने का अनुरोध किया, हालांकि सभापति ने 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने से इनकार कर दिया।

उधर लोकसभा में कांग्रेस और अन्य दलों के सदस्यों ने इस मसले पर हंगामा कर दिया। इसके चलते लोकसभा दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।  कांग्रेस, डीएमके, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने लोकसभा से वाक आउट किया।

राज्यसभा में सांसदों के निलंबन पर शिवसेना ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है।  शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा – ‘मैं माफी नहीं मांगूंगी। मैंने कुछ गलत नहीं किया है। मैं जबरन सदन के भीतर जाने की कोशिश नहीं करूंगी।’

इससे पहले संसद भवन में विपक्षी दलों की बैठक हुई जिसमें जिसमें कांग्रेस नेता  राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया। बैठक से पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा – ‘सत्र का बहिष्कार किए जाने को लेकर मेरे पास कोई जानकारी नहीं है लेकिन 12 सांसदों के निलंबन को लेकर बैठक हमने की है।’ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा – ‘निलंबन इसलिए किया गया है ताकि विपक्षी पार्टियों द्वारा सरकार की पोल न खोल दी जाए’।