योगी मंत्रिमंडल में जितिन प्रसाद सहित सात नए मंत्री, चार लोगों का विधान परिषद के लिए चयन

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल का रविवार को दूसरी बार विस्तार किया गया। आज 7 नए मंत्रियों ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से राजभवन में हुए समारोह में शपथ ली। कांग्रेस से दलबदल कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद ने सबसे पहले शपथ ली जिन्हें केबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। अन्य 6 राज्यमंत्री होंगे, जिनमें 3 ओबीसी, दो दलित, एक अनुसूचित जनजाति से हैं। इस बीच भाजपा ने जितिन प्रसाद, संजय निषाद, गोपाल अंजान और वीरेंद्र गुर्जर को विधान परिषद् के लिए पार्टी उम्मीदवार बनाया है, जिनका चुना जाना निश्चित है।

जिन मंत्रियों ने शपथ ली उनमें जितिन प्रसाद पूर्व कांग्रेस नेता हैं। वह केबिनेट मंत्री बने हैं और ब्राह्मण हैं। तीन महीने पहले ही कांग्रेस से दलबदल कर भाजपा में आए हैं। पिछले दो लोकसभा और एक विधानसभा चुनाव वे हार गए थे। कांग्रेस की मनमोहन सिंह सरकार में वे दो बार राज्यमंत्री बनाए गए थे। उनके आलावा छत्रपाल गंगवार कुर्मी है और ये बरेली के बहेड़ी से विधायक हैं। पलटू राम दलित हैं और  बलरामपुर से पहली बार जीते हैं।

संगीता बिंद ओबीसी हैं और पहली बार विधानसभा पहुँची हैं। गाजीपुर सदर सीट से वे जीती थीं। संजीव कुमार अनुसूचित जाति से हैं और सोनभद्र के ओबरा सीट से विधायक हैं। अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं।

उनके अलावा शपथ लेने वालों में दिनेश खटीक भी शामिल हैं जो सोनकर दलित हैं और मेरठ के हस्तिनापुर सीट से विधायक हैं। धर्मवीर प्रजापति ओबीसी हैं और हाथरस क्षेत्र से हैं, हालांकि वे विधान परिषद के सदस्य हैं। माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं।

शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री योगी भी उपस्थित थे। जिन लोगों को मंत्री बनाया गया है उन्हें काम करने का ज्यादा अवसर इसलिए नहीं मिल पायेगा क्योंकि कुछ महीने में ही उत्तर प्रदेश में चुनाव होने हैं। लिहाजा इस विस्तार को पूरी तरह चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

इस बीच भाजपा ने मंत्रिमंडल विस्तार से पहले 4 एमएलसी के नाम भी तय किये।  इनमें जितिन प्रसाद, संजय निषाद, गोपाल अंजान और वीरेंद्र गुर्जर के नाम शामिल हैं। जितिन प्रसाद को आज मंत्री बनाया गया है।