मोदी सरकार के पैकेज को राहुल ने बताया ढकोसला; चिदंबरम का सवाल, और क़र्ज़ क्यों ले व्यापारी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कोरोना संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से घोषित राहत पैकेज को ढकोसला बताया है। सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कुछ उपायों की घोषणा की थी जिसे लेकर आज कांग्रेस नेता ने कहा कि वित्तमंत्री की तरफ से दी गई आर्थिक राहत से देश का कोई भी परिवार अपने भरण-पोषण, बच्चों की फीस और दवाओं का खर्च नहीं कर सकता है।
एक ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा कि यह पैकेज नहीं, एक और ढकोसला है। हाल के महीनों में राहुल गांधी मोदी सरकार के कोरोना से निपटने के तौर-तरीकों के कटु आलोचक रहे हैं।
बता दें कोविड महामारी में डावांडोल हुई देश की अर्थव्यवस्था को संतुलित करने के लिए सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कांफ्रेंस करके कुछ घोषणाएं की थीं। बुरी हालत में पहुँच चुकी अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए सीतारमण ने डेढ़ लाख करोड़ रूपये के अतिरिक्त क्रेडिट का ऐलान किया था जिसमें स्वास्थ्य और पर्यटन क्षेत्र पर ख़ास फोकस था। हालांकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा – ‘वित्तमंत्री की तरफ से दी गई आर्थिक राहत से देश का कोई भी परिवार अपने भरण-पोषण, बच्चों की फीस और दवाओं का खर्च नहीं कर सकता है’।
उधर कांग्रेस के ही वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी इस पैकेज  सरकार को कठघरे में कहड़ा किया है। एक ट्वीट में चिदंबरम ने कहा – ‘संकट के दौर में सीधे लोगों तक पैसा पहुंचाने की जरूरत थी। खासकर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए ये बेहद जरूरी है। क्रेडिट गारंटी क्रेडिट नहीं होती, क्रेडिट का मतलब और ज्यादा कर्ज। कोई भी बैंकर पहले से ही कर्ज में डूबे बिजनेस पर आगे नहीं बढ़ना चाहेगा। इस समस्या का हल ये है कि लोगों के हाथों में सीधा पैसा पहुंचाया जाए, खासकर गरीब और लोअर मिडिल क्लास के लोगों तक’।

राहुल गांधी का ट्वीट –
Rahul Gandhi
@RahulGandhi
FM के ‘आर्थिक पैकेज’ को कोई परिवार अपने रहने-खाने-दवा-बच्चे की स्कूल फ़ीस पर ख़र्च नहीं कर सकता।
पैकेज नहीं, एक और ढकोसला!