महाराष्ट्र पंचायत चुनाव में एमबीए को बढ़त, लेकिन भाजपा का अपनी जीत का दावा

महाराष्ट्र में भाजपा ने शिवसेना के अलग हुए गुट के साथ मिलकर भले कुछ महीने पहले उद्धव ठाकरे को सत्ता से बाहर कर दिया था, लेकिन राज्य में हुए ग्राम पंचायत चुनावों में जनता का जनादेश उन्हें नहीं मिला है। वहां इन चुनावों में शिवसेना उद्धव-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन (महाविकास अघाड़ी गठबंधन) ने 225 सीटें जीतकर भाजपा-शिवसेना शिंदे को करारा झटका दिया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र के ग्राम पंचायत के चुनावों के ताजा नतीजों में सत्तारूढ़ भाजपा और शिव सेना शिंदे गुट को झटका लगा है। हालांकि, महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के समर्थित 259 उम्मीदवार जबकि सहयोगी शिंदे शिव सेना के समर्थित 40 उम्मीदवार सरपंच पद पर जीते हैं।

पिछली देर रात तक 494 ग्राम पंचायत चुनाव के नतीजे आ चुके थे जिनमें सत्ताधारी गठबंधन (भाजपा और शिवसेना शिंदे गुट) समर्थित उम्मीदवारों ने 185 सीटें ही जीती हैं, जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) ने अपने समर्थित उम्मीदवारों के 225 सीटें जीतने का दावा किया है।

इन चुनावों में भाजपा को 144 सीटें मिली हैं, जबकि सहयोगी शिवसेना के शिंदे गुट ने 41 सीटें जीती हैं। विपक्षी खेमे में सबसे ज्यादा एनसीपी ने 126 सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस ने 62 और शिवसेना उद्धव गुट ने 37 सीटें जीती हैं। अन्य ने 84 सीटें जीती हैं।

महाराष्ट्र के 16 जिलों में 547 ग्राम पंचायतों के लिए रविवार को मतदान हुआ था जिसमें 76 फीसदी मतदान हुआ था। गैर दलीय आधार पर हुए इन चुनावों में अब दोनों ही जीत के दावे कर रहे हैं।

अब सबकी नजर बृह्नमुंबई महानगर पालिका चुनाव पर रहेगी जिनकी तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है। मानसून के बाद अब यह चुनाव हो सकते हैं। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना समेत राज्य के सभी सियासी दल तैयारियों में जुट गए हैं। फिलहाल, बीएमसी पर शिवसेना उद्धव का कब्जा है।