भारत ने बार-बार झेला बँटवारे का दु:ख

वियतनाम : वियतनाम का प्राचीन नाम चंपादेश था और इसके प्रमुख शहर इंद्रपुर, अमरावती और विजय थे। वहाँ आज भी कई शिव, लक्ष्मी, पार्वती और सरस्वती मन्दिर मिलेंगे। वहाँ शिवलिंग की भी पूजा की जाती थी। लोगों को चाम कहा जाता था, जो मूल रूप से शैव थे।

मलेशिया : मलेशिया का प्राचीन नाम मलय देश था, जो एक संस्कृत शब्द है। इस शब्द का अर्थ है- पहाड़ों की भूमि। मलेशिया का वर्णन रामायण और रघुवंशम् में भी मिलता है। मलय में शैव धर्म का प्रचलन था। देवी दुर्गा और भगवान गणेश की पूजा की गयी। यहाँ की मुख्य लिपि ब्राह्मी थी और संस्कृत मुख्य भाषा थी।

इंडोनेशिया : इंडोनेशिया का प्राचीन नाम दीपंतर भारत है, जिसका उल्लेख पुराणों में भी मिलता है। दीपंतर भारत का अर्थ है भारत का समुद्री हिस्सा। यह हिन्दू राजाओं का राज्य था। सबसे बड़ा शिव मन्दिर जावा द्वीप में था। मन्दिरों को मुख्य रूप से भगवान राम और भगवान कृष्ण के साथ उकेरा गया था। भुवनकोश संस्कृत के 525 श्लोकों वाली सबसे प्राचीन पुस्तक है। इंडोनेशिया के प्रमुख संस्थानों के नाम और आदर्श वाक्य अभी भी संस्कृत में चलन में हैं। जैसे- इंडोनेशियाई पुलिस अकादमी का नाम धर्म बिजाक्साना क्षत्रिय है। इंडोनेशिया राष्ट्रीय सशस्त्र बल को त्रिधर्म एक कर्म कहते हैं। इंडोनेशिया एयरलाइंस को गरुड़ एयरलाइंस कहते हैं। इंडोनेशिया का गृह मंत्रालय को चरक भुवन हैं। इंडोनेशिया वित्त मंत्रालय को नगर धन रक्षा हैं। इंडोनेशिया सर्वोच्च न्यायालय को धर्म युक्ति है।

तिब्बत : तिब्बत का प्राचीन नाम त्रिविष्टम था, जो दो भागों में विभाजित था। सन् 1907 में चीन और अंग्रेजों के बीच एक समझौते के बाद एक हिस्सा चीन को और दूसरा लामा को दिया गया था। साल 1954 में, भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने चीनी लोगों के प्रति अपनी एकजुटता दिखाने के लिए तिब्बत को चीन के हिस्से के रूप में स्वीकार किया।

भूटान : साल 1906 में अंग्रेजों द्वारा भूटान को भारत से अलग कर दिया गया और एक अलग देश के रूप में मान्यता दी गयी। भूटान संस्कृत शब्द भू-उत्थान से बना है, जिसका अर्थ है उच्च भूमि।

पाकिस्तान : 14 अगस्त 1947 को अंग्रेजों ने भारत का विभाजन किया और पाकिस्तान पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान के रूप में अस्तित्व में आया। मोहम्मद अली जिन्ना 1940 से धर्म के आधार पर एक अलग देश की माँग कर रहे थे, जो बाद में पाकिस्तान बन गया। साल 1971 में पाकिस्तान फिर विभाजित हो गया और भारत के सहयोग से बांग्लादेश अस्तित्व में आया। पाकिस्तान और बांग्लादेश भारत के अंग रहे हैं। यह दिलचस्प है; लेकिन हममें से कितने लोग वास्तव में इस इतिहास से अवगत हैं?