‘भारत जोड़ो यात्रा’ का ही यह असर है कि आरएसएस को इमाम याद आए : कांग्रेस

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के लगातार इमामों से मुलाकात करने पर कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि यह पार्टी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का ही असर है कि आरएसएस प्रमुख मुस्लिम समुदाय और इमाम याद आ गए। कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि भागवत को हाथ में तिरंगा लेकर राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होना चाहिए।

वल्लभ ने मीडिया के लोगों से कहा कि हम भागवत जी आग्रह करेंगे कि आप पर भारत जोड़ो यात्रा के माहौल से इतना प्रभाव पड़ा है तो एक घंटे के लिए इस यात्रा में शामिल हो जाइए। राहुल गांधी जी के नेतृत्व में चलिए और हाथ में तिरंगा लेकर चलिए। आपने 52 साल तक तिरंगा नहीं थामा, लिहाजा अब पकड़िए और भारत को जोड़िए।’

याद रहे आरएसएस प्रमुख ने मुस्लिम समुदाय तक पहुंच बढ़ाने के लिए गुरुवार को एक मस्जिद और मदरसे का दौरा किया और ऑल इडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख के साथ चर्चा की। इमाम संगठन के प्रमुख ने दोनों की मुलाकात के बाद भागवत को ‘राष्ट्रपिता’ कहा। आरएसएस के ‘सरसंघचालक’ मध्य दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित एक मस्जिद में गए और उसके बाद उन्होंने उत्तरी दिल्ली के आजादपुर में मदरसा तजावीदुल कुरान का दौरा भी किया।

पीएफआई के खिलाफ एनआईए की कार्रवाई पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जो भी संस्था या संगठन भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है, भारत को तोड़ने की कोशिश करे उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। सवाल यह है कि आठ साल से पीएफआई को प्रतिबंधित करने के लिए पहल क्यों नहीं की गयी ?