देश की अखंडता, एकता से समझौता नहीं किया जा सकता, मोदी ने कहा

पीएम ने कहा कि हम देश की अखंडता और एकता से कोई समझौता नहीं कर सकते  हैं। मोदी ने कि देश में सदियों से जन सामान्य के सामर्थ्य को लेकर चलने की परंपरा रही है। लोकतंत्र में शासन व्यवस्थाएं विभिन्न राजनीतिक विचारधाराओं से प्रेरित हो सकती हैं लेकिन लोकतंत्र में यह भी जरूरी है कि प्रशासन की जो व्यवस्थाएं हैं उसके केंद्र में देश की एकता को मजबूत करने के मंत्र को हमें आगे बढ़ाना चाहिए।’

मोदी ने कहा – ‘हम नियमों और कानूनों के बंधन में जकड़ जाते हैं। कहीं ऐसा करके हम तैयार हुई युवा पीढ़ी को या उसके साहस और सामर्थ्य को हमारे इन नियमों के जंजाल में जकड़ तो नहीं रहे न? क्या हम उसके सामर्थ्य को प्रभावित तो नहीं कर रहे न? अगर यह कर  रहे हैं तो मैं शायद समय के साथ चलने का सामर्थ्य खो चुका हूं।’