डोवल रूस के दो दिन के सरकारी दौरे पर गए थे और अब स्वदेश लौट आए हैं। इससे पहले वे पहले दिन रूस के अपने समकक्ष निकोलाई पात्रुशेव से भी मिले थे। हाल के महीनों में भारत ने रूस से सस्ते मूल्य के चलते कच्चे तेल के आयात बढ़ाया है। अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देश इससे परेशान दिखे हैं।
दो महीनों में रूस से भारत के कच्चे तेल का आयात 50 गुना बढ़ा है और रूस भारत को तेल देने के मामले में ईराक के बाद दूसरे नंबर पर आ पहुंचा है जबकि यूक्रेन युद्ध से पहले वह आठवें नंबर पर था।