इस सीट पर मोदी की हालिया रैली से भाजपा की स्थिति में कुछ सुधार जरूर देखा जा रहा है. रैली के दौरान चंडीगढ़ भाजपा के सभी बड़े चेहरे पहली बार किरण खेर के साथ नजर आए. मोदी ने यहां लोगों से अपील की है कि ‘किरण खेर को जिताकर सीट मेरी झोली में डाल दो.’ इसके जवाब में अरविंद केजरीवाल ने अपनी चंडीगढ़ रैली में कहा है ‘मैं सीट झोली में नहीं डालूंगा बल्कि गुल पनाग को आपकी सेवा में लगा दूंगा.’
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र हरकीरत सिंह बताते हैं, ‘यहां किरण खेर को जो भी वोट मिलेगा वो मोदी के कारण ही मिलेगा. हरमोहन धवन को अगर भाजपा टिकट देती तो उनकी जीत पक्की थी. लेकिन किरण खेर का जीतना बहुत मुश्किल है. यूनिवर्सिटी के ज्यादातर युवा तो गुल पनाग के ही साथ हैं.’ चंडीगढ़ सीट में निम्न आय वर्ग के मतदाताओं का भी एक तबका है. इसी मतदाता वर्ग को यहां निर्णायक भी माना जाता है. कांग्रेस अधिकतर इस वर्ग को रिझाने में कामयाब रही है. स्थानीय लोगों के अनुसार यदि इस बार भी कांग्रेस ऐसा कर पाई तो जीत बंसल की भी हो सकती है.