कोयले के विकल्प पर कारगर कदम उठाने का समय

कोयले के संकट को लेकर देश में तरह –तरह की बातें की जा रही है कि आने वाले दिनों में कोयले की कमी के कारण बिजली की कटौती हो सकती है। वहीं केन्द्रीय मंत्री आर के सिंह का कहना है कि देश में कोयले की कोई किल्लत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में कोयले को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। जबकि खुद केन्द्रीय मंत्री ने कहा था कि कोयला चार ही दिन का बचा है। वहीं देश के बड़े शहरों जिसमें दिल्ली सहित में बिजली की कटौती की जा रही है।

बिजली की किल्लत को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और संबंधित मंत्रालय को पत्र लिखकर जानकारी दी है। आने वाले दिनों में कोयले की कमी के कारण दिल्ली में ब्लैक आऊट भी हो सकता है। कोयले की किल्लत को लेकर चलें आ रहे सियासी बयान बाजों के बीच दिल्ली के इलैक्ट्रानिक इंजीनियर आलोक कुमार
का कहना है कि सरकार को कोयले के समाधान के साथ –साथ कोयले के विकल्प के बारे में कारगर कदम उठाने
चाहिये। उन्होंन कहा कि विकल्प के तौर सौर ऊर्जा, पानी से बिजली और परमाणु बिजली पर काम होना चाहिये ताकि बिजली की समस्या उत्पन्न ना हो। उनका कहना है कि देश में आने वाले दिनों में बिजली की संकट कोयले
के कारण हो सकती है। इसलिये समय रहते कोयले के विकल्प पर कारगर कदम उठाने की जरूरत है।